इस्लामाबाद: मुंबई हमले का मास्टरमाइंड आतंकी हाफिद सईद की पार्टी पाकिस्तान के आम चुनावों में एक सीट भी नहीं जीत पाई. हाफिज सईद की पार्टी अल्लाह-ऊ-अकबर तहरीक ने पहली बार आम चुनावों में हिस्सा लिया है. हाफिज सईद खुद तो चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन उसके समर्थकों ने किस्मत आजमाई. हाफिज ने 260 प्रत्याशियों को राष्ट्रीय और प्रांतीय चुनावों में उतारा था. उसका दावा था कि वह इस चुनाव में बड़ी जीत दर्ज करेगा.


मिल्ली मुस्लिम लीग आतकंवादी की सूची में शामिल


‘अल्लाह-ऊ-अकबर तहरीक’ से पहले हाफिज सईद ने मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) बनाई थी, लेकिन चुनाव आयोग ने बतौर पार्टी इसे मंजूरी नहीं दी थी. मिल्ली मुस्लिम लीग को अमेरिका ने आतकंवादी की सूची में शामिल किया है.


आपको बता दें कि जब हाफिज सईद लाहौर में नजरबंद था उसी वक्त उसके चार करीबी ने मिल्ली मुस्लिम लीग का गठन किया. हाफिज के संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) को साल 2014 में अमेरिका ने आतंकी संगठन घोषित किया था.


कौन है हाफिज सईद?


हाफिज सईद आतंकी संगठन जमात-उद-दावा का चीफ है. आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक है. 13 दिसंबर 2001 में संसद पर हुए हमले की साजिश रचने वालों में ये शामिल था. 11 जुलाई 2006 को मुंबई की ट्रेनों में हुए धमाकों में भी इसका हाथ था और मुंबई में 26/11 आतंकी हमले का मास्टरमाइंड है. इस हमले में 167 बेगुनाह मारे गए थे. हाफिज सईद सिर्फ भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में वांटेड है.


अप्रैल 2012 में अमेरिका ने आतंकवाद के लिए जिम्मेदार लोगों की लिस्ट जारी की. हाफिज सईद का इस लिस्ट में नंबर दो पर था. अमेरिका ने इसके ऊपर एक करोड़ डॉलर का इनाम भी घोषत कर रखा है. भारत ने सईद के खिलाफ इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया हुआ है. यही नहीं, संयुक्त राष्ट्र इसके संगठन जमात-उद-दावा को आतंकी संगठन घोषित कर चुका है.


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