Pakistan Election Result 2024: पाकिस्तान में 12वें आम चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. सबसे ज्यादा 101 सीटें इमरान खान के समर्थन वाले निर्दलीय उम्मीदवारों को मिलीं हैं. नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने 75 सीटों पर जीत दर्ज की है. हालांकि, इमरान खान के समर्थन वाले उम्मीदवारों ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था.


ऐसे में नवाज शरीफ की पार्टी 75 सीट जीतने के बावजूद सबसे बड़ी पार्टी बन गई है और सरकार बनाने का पहला मौका भी उन्हें ही मिलेगा. इमरान समर्थक 100 से ज्यादा सीट जीतकर भी विपक्ष में रह सकते हैं.


60 घंटे बाद आए चुनाव के नतीजे


पाकिस्तान में आठ फरवरी को 265 सीटों पर मतदान हुआ था. इसके नतीजे आने में दो दिन से भी ज्यादा समय लग गया. मतदान खत्म होने के लगभग 60 घंटे बाद 264 सीटों के नतीजे जारी किए गए हैं और एक सीट का नतीजा रोक कर रखा गया है. नतीजों में देरी की वजह से मतगणना में धांधली के आरोप भी लगे हैं.


चुनाव हारने वाले कई नेताओं ने इस मामले को लेकर कोर्ट में याचिका लगाई है. पाकिस्तान चुनाव आयोग और सरकार के मंत्रियों का कहना है कि लॉजिस्टिक कारणों की वजह से नतीजे आने में देरी हुई. खैबर पख्तूनख्वा के कार्यकारी सूचना मंत्री ने बताया था कि भीषण ठंड होने के कारण मतगणना में ज्यादा समय लगा.


बेकार हो सकता है इमरान समर्थकों का शतक


पाकिस्तान चुनाव में कुल 266 प्रतिनिधियों का चयन मतदान के जरिए होता है. आम जनता वोट डालकर इनका चयन करती है. वहीं, 70 आरक्षित सीटों में प्रतिनिधियों का चयन सदन में पार्टियों की क्षमता के आधार पर तय किया जाता है. इस बार के चुनाव में एक सीट पर उम्मीदवार के निधन के कारण मतदान आगे बढ़ा दिया गया है. किसी पार्टी के स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है.


ऐसे में सबसे ज्यादा वोट शेयर वाली पार्टी सरकार बना सकती है. इमरान खान के समर्थन वाले उम्मीदवारों की संख्या भले ही ज्यादा हो, लेकिन वह किसी पार्टी का हिस्सा नहीं हैं. ऐसे में नवाज शरीफ की पार्टी अन्य सांसदों के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बना सकती है.


कैसे सरकार बना सकते हैं नवाज शरीफ


नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग के पास 73 सीट हैं और बिलावल भुट्टो की पीपीपी के खाते में 54 सीट हैं. इन दोनों पार्टियों का गठबंधन होने पर भी के बाद भी बहुमत के आंकड़े से 6 सीट कम है. हालांकि, इमरान के समर्थन वाले सभी उम्मीदवारों ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था.


ऐसे में उनका समर्थन हासिल कर नवाज सरकार बना सकते हैं. अंत में प्रधानमंत्री बनने के लिए नवाज को सदन में मौजूद 336 सांसदों में से 169 सांसदों का समर्थन हासिल करना होगा. इसके लिए उन्हें कुछ निर्दलीय सांसदों के वोट की जरूरत होगी, क्योंकि 70 आरक्षित सीटों में से अधिकतर सीटें हासिल करने पर भी वह 169 सांसदों के आंकड़े से दूर रहेंगे.


खल रही बल्ले की कमी


जेल में बंद इमरान खान इन चुनावों में भाग लेने के लिए अयोग्य करार दिए गए. सुप्रीम कोर्ट ने उनकी पार्टी पीटीआई के चुनाव चिन्ह क्रिकेट बैट के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी. इस वजह से पीटीआई के उम्मीदवारों ने निर्दलीय चुनाव लड़ा. अगर इमरान खान की पार्टी के उम्मीदवार क्रिकेट बैट चुनाव चिन्ह के साथ चुनाव लड़ती तो पीटीआई सबसे बड़ी पार्टी होती. इस स्थिति में सरकार बनाने का पहला मौका इमरान खान की पार्टी को ही मिलता और 32 अन्य सांसदों के साथ मिलकर पीटीआई गठबंधन सरकार बना सकती थी. 


चुनाव चिन्ह नहीं होने का दूसरा नुकसान यह है कि इमरान की पार्टी को सांसद में आरक्षित 70 सीटों में कोई भी सीट नहीं मिलेगी. वहीं, सबसे बड़ी पार्टी होने पर नवाज शरीफ की पार्टी को 20 सीटें मिल सकती हैं.


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