लोकसभा चुनाव के बाद करतारपुर कॉरिडोर पर भारत से बात बहाल करना चाहता है पाकिस्तान
अप्रैल के बाद करतारपुर कॉरिडोर पर भारत और पाकिस्तान के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है.
इस्लामाबाद: भारत में नई सरकार बनने के साथ ही पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर समझौते को अंतिम रूप देने के लिए दोनों देशों के बीच बातचीत बहाल करने के पक्ष में है. पाकिस्तानी मीडिया में इस बात का दावा किया जा रहा है.
करतारपुर कॉरिडोर पाकिस्तान के नरोवाल स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे से जोड़ेगा. गलियारा बनने के बाद भारतीय सिखों को बिना वीजा के पाकिस्तान स्थित अपने पवित्र गुरुद्वारे तक जाने की अनुमति होगी.
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने सरकारी सूत्रों के हवाले से रविवार को प्रकाशित खबर में लिखा है कि भारत में नई सरकार बनने के बाद पाकिस्तान करतारपुर गलियारे पर बातचीत फिर से शुरू करने के पक्ष में है.
गौरतलब है कि भारत में सात चरणों वाली आम चुनाव की लंबी प्रक्रिया 11 अप्रैल से शुरू हुई है. अंतिम चरण का मतदान 19 मई को है और वोटों की गिनती तथा परिणाम की घोषणा 23 मई को होनी है.
पाकिस्तान के एक अधिकारी का कहना है कि उनके देश की ओर से कोई देरी नहीं है, इस वक्त भारत इस मामले में आगे नहीं बढ़ना चाहता. हालांकि, अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान को विश्वास है कि चुनाव के बाद भारत बातचीत फिर से शुरू करेगा.
दोनों देशों के बीच करतारपुर को लेकर 16 अप्रैल को बातचीत हुई थी. भारतीय दल को अप्रैल में पाकिस्तान जाना था लेकिन अंतिम समय में नई दिल्ली में हुई बैठक में वहां ना जाने का फैसला लिया गया.