Akhand Bharat Mural Pakistan Nepal: भारतीय संसद की नई इमरात में 'अखंड भारत' का नक्शा (म्यूरल आर्ट) देखकर कुछ पड़ोसी देश आगबबूला हो गए हैं. पहले नेपाल (Nepal) और अब पाकिस्तान ने 'अखंड भारत' (Akhand Bharat) को लेकर ऐतराज जताया है. पाकिस्तान (Pakistan) की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने कहा कि 'इंडियन पार्लियामेंट की नई बिल्डिंग में दर्शाये गए कथित 'अखंड भारत' में पाकिस्तान और अन्य पड़ोसी देशों के इलाके को भी दिखाया गया है. ये बदनीयती है, जो इंडिया की विस्तारवादी मानसिकता को उजागर करती है.'
पाकिस्तान की ओर से कहा गया कि वे इंडियन पार्लियामेंट में दिखाए गए उस म्यूरल आर्ट से चिंतित हैं, जिसे वहां बीजेपी के लीडर 'अखंड भारत' बता रहे हैं. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि 'अखंड भारत' का दावा इंडिया वालों की विस्तारवादी मानसिकता का दिखावा है जो न केवल उसके पड़ोसी देशों, बल्कि धार्मिक अल्पसंख्यकों की विचारधारा और संस्कृति को भी दबाना चाहती है.' पाक विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने कहा- 'हम आग्रह करते हैं कि इंडिया विस्तारवादी विचारधारा से दूर रहे और शांतिपूर्ण तरीके से अपने पड़ोसी देशों के साथ विवादों का निपटारा करने के लिए आगे आए.'
'अखंड भारत' वाले म्यूरल आर्ट से खफा पड़ोसी
बताते चलें कि भारतीय संसद की नई इमरात में 'अखंड भारत' म्यूरल में प्राचीन भारत का नक्शा दिखाया गया है, जिस पर भारतीय राज्यों के नाम लिखे हुए हैं. इस म्यूरल आर्ट में मुख्य रूप से वर्तमान का अफगानिस्तान, पाकिस्तान, मालदीव, श्रीलंका, म्यांमार, बांग्लादेश और भारत को एक साथ देखा जा सकता है. जिसके उत्तरी हिस्से में मानसहरी तक्षशिला से लेकर, नॉर्थ वेस्ट में पुरुषपुर और नॉर्थ ईस्ट में कामरूप तक के क्षेत्र नजर आ रहे हैं. इसे बीजेपी के नेता 'अखंड भारत' बता रहे हैं. भारत के प्राचीन इतिहास पर नजर डालें तो ये नक्शा गलत नहीं है. क्योंकि, पहले पाकिस्तान, बांग्लादेश, मालदीव, म्यांमार और अफगानिस्तान नाम के देश थे ही नहीं. इनकी स्थापना पिछले 1 हजार साल के भीतर हुई है. और, पाकिस्तान-बांग्लादेश के गठन को तो 100 साल भी नहीं हुए हैं.
चीन समर्थक नेपाल की पूर्व PM ओली भी भड़के
बीजेपी नेताओं के 'अखंड भारत' को लेकर कुछ बयानों के बाद संसद में लगा ये म्यूरल आर्ट विवादों में घिर गया है. नेपाल के पूर्व पीएम बाबूराम भट्टराई ने इस पर सवाल उठाया और कहा कि भारत अपनी मंशा जाहिर करे और हमें स्पष्टीकरण भेजे. वहीं, नेपाल के पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली भी इसकी तस्वीर देखकर आगबबूला हो गए हैं. ओली ने कहा- भारत जैसा देश जो खुद को एक प्राचीन और स्थापित मुल्क के रूप में देखता है और लोकतंत्र के एक मॉडल के रूप में नेपाली क्षेत्रों को अपने नक्शे में रखता है और नक्शे को संसद में लटकाता है, ये उचित नहीं माना जा सकता. मैं कहूंगा कि हमारे पीएम प्रचंड अपने भारत दौरे के दौरान भारत से इस पर स्पष्टीकरण मांगे.
'अखंड भारत' का तक्षशिला अब पाकिस्तान में
पाकिस्तान 14 अगस्त 1947 को भारत का बंटवारा करके बनाया गया था. उससे पहले पूरा इलाका भारत का ही हिस्सा था. इसलिए भारतीय संसद में दर्शाये गए म्यूरल आर्ट में आज के पाकिस्तान के कई इलाकों जैसे तक्षशिला, मानसेहरा, सिंधु, पुरुषपुर, उत्तरापथ को दिखाया गया है जो प्राचीन काल में 'अखंड भारत' का हिस्सा थे.
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