Pakistan Financial Crisis: आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान को कर्ज की तत्काल जरूरत है. रोटी की कीमत आसमान छू रही है. बिजली संकट के साथ-साथ मुल्क पर ईधन का खतरा भी मंडरा रहा है. पड़ोसी मुल्क की यदि किसी ने मदद नहीं की तो उसका हाल श्रीलंका जैसा हो जाएगा. ऐसी स्थिति में देश के नेताओं को अब किसी करिश्मे पर ही भरोसा है.
इस्लामाबाद में एक उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पाकिस्तानी वित्त मंत्री इशाक डार ने उम्मीद जताई की कि उनका देश प्रगति करेगा क्योंकि यह इस्लाम के नाम पर बनाया गया था. पाकिस्तानी वित्त मंत्री ने कहा, "वे प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व में पाकिस्तान की स्थिति सुधारने की पूरी कोशिश कर रहे हैं."
'स्थिति सुधारने की कोशिश कर रहे'
डार ने कहा कि पाकिस्तान पिछली सरकार की करतूतों और करीब पांच साल पहले शुरू किए गए 'नाटक' का खामियाजा भुगत रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2013 और 2017 के बीच नवाज शरीफ के नेतृत्व में पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था मजबूत थी. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज दक्षिण एशिया में सबसे अच्छा पूंजी बाजार था और नवाज शरीफ के कार्यकाल में पांचवें स्थान पर था. डार ने कहा, "हमारी सरकार की टीम चुनाव से पहले स्थिति को सुधारने की कोशिश कर रही है."
इमरान खान को ठहराया जिम्मेदार
इशाक डार ने इस दौरान इमरान खान पर जमकर हमला बोला. मुल्क की इस हालत के लिए उन्होंने इमरान सरकार को ही जिम्मेदार ठहराया. डार ने कहा, "नवाज के कार्यकाल में पाकिस्तान विकास की राह पर था, लेकिन वह पटरी से उतर गया. लोग देख सकते हैं कि देश ने पिछले पांच सालों में कितनी तबाही मचाई है और वे जानते हैं कि अतीत में किसने काम किया है." उन्होंने कहा, "शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार को इमरान खान सरकार से मुद्दे विरासत में मिले थे. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार दिन-रात काम कर रही है."