Pakistan: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के बयान पर उनके मंत्रालय को सफाई देनी पड़ी है. बिलावल भुट्टो ने कश्मीर से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा था कि वक्त आने पर जवाब देंगे. उनका यह जवाब विवादों का कारण बन गया. पाकिस्तान के विदेश मंत्री के इस बयान को धमकी से जोड़ कर देखा जाने लगा. 


मामले ने इतना तूल पकड़ लिया कि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता को सफ़ाई देनी पड़ी. उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री के बयान में हिंसा और धमकी बिल्कुल नहीं थी. उनके बयान को हिंसा की धमकी से जोड़ना शरारतपूर्ण और अत्यधिक गैर-जिम्मेदाराना है.


गौरतलब है कि श्रीनगर में होने वाले G-20 की बैठक पर बिलावल भुट्टो ने कहा था कि दुनिया के किसी इवेंट का श्रीनगर में आयोजन भारत की अकड़ को दिखाता है. वक्त पर ऐसा जवाब देंगे कि उनको याद रहेगा. उनके इस बयान को हिंसा और धमकी से जोड़कर देखा जा रहा था. मालूम हो कि बिलावल अभी दो दिवसीय दौरे पर भारत शंघाई सहयोग संगठन (SCO) परिषद की बैठक में शामिल होने आए थे. 


बिलावल भुट्टो के बयान पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत की अपनी हालिया यात्रा के दौरान कई सार्वजनिक घोषणाओं में विदेश मंत्री ने जम्मू-कश्मीर विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रासंगिक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के महत्व पर जोर दिया.


एस जयशंकर की कर चुके हैं तारीफ 


गौरतलब है कि अपने भारत दौरे से दूसरे दिन बिलावल भुट्टो भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिले थे. इस दौरान पाक विदेश मंत्री ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की थी. उन्होंने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की तारीफ भी की थी.


एस जयशंकर के ‘नमस्ते’ पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कह था कि हमारे यहां भी सिंध में इसी तरह से सलाम किया जाता है. भारत के विदेश मंत्री सबसे एक ही तरीके से मिले. विदेश मंत्री जयशंकर का SCO अध्यक्ष के तौर पर अपनी जिम्मेदारी पर खरे उतरे. 


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