'जनसंख्या नियंत्रण पर बात करने पर इस्लाम खतरे में आ जाता है', पाक के पूर्व वित्त मंत्री का बड़ा बयान
पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने भारत की तारीफ में कई बातें कहीं हैं. इसी के साथ उन्होंने पाकिस्तान में जनसंख्या के नियंत्रण के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी है.
Miftah Ismail: पाकिस्तान (Pakistan) की बदहाली से पूरी दुनिया वाकिफ है. हाल ही में आई बाढ़ से पूरा पाकिस्तान त्रस्त है. लाखों लोग बेघर हो चुके हैं और हजारों लोगों ने बाढ़ में जान गंवा दी है. एक तरफ पाकिस्तान की बदहाल सूरत है और दूसरी तरफ पाकिस्तान की सियासी जंग. इसी बीच अब पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल (Miftah Ismail) ने भारत की तारीफों के पुल बांधे और अपने देश की मौजूदा स्थिति से पर्दा उठाने का काम किया. उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर आप पाकिस्तान में जनसंख्या नियंत्रण की ज़रा सी बात कर दें तो इस्लाम खतरे में आ जाता है.
शहबाज शरीफ सरकार में वित्त मंत्री रहे मिफ्ताह इस्माइल ने जनसंख्या नियंत्रण पर जोर देकर बात की. इसी के साथ उन्होंने यह भी बताया कि आज पाकिस्तान, भारत और बांग्लादेश से पीछे क्यों है. उन्होंने बीते शुक्रवार (14 अक्टूबर) को कहा कि एक बांग्लादेशी की औसत उम्र पाकिस्तानियों से पांच साल ज़्यादा है. हर बांग्लादेशी पाकिस्तानियों से तीन साल ज्यादा पढ़ा है. कहीं न कहीं तो पाकिस्तान की सरकार ने लंबी गलती की है. उन्होंने हिंदुस्तान की आर्थिक स्थिति पर कहा कि आज हिंदुस्तान के पास 600 अरब डॉलर से ज्यादा का विदेशी मुद्रा भंडार है और पाकिस्तान के पास 10 अरब डॉलर भी नहीं है.
'90 के दशक तक हम उनसे आगे थे'
पूर्व वित्त मंत्री ने आग कहा, "आज भारत की पूरी दुनिया में इज्जत है. भारत 150 अरब डॉलर का निर्यात करता है. 150 अरब डॉलर का तो केवल आईटी का निर्यात करता है. हमने शुरुआत तो साथ में की थी. यहां तक 90 तक हम उनसे आगे भी थे, लेकिन हमने अपने लोगों को क्या दिया?" मिफ्ताह इस्माइल ने कहा कि पाकिस्तान के 50 फीसदी बच्चे आज स्कूल जाने के लायक हैं, लेकिन नहीं जा पा रहे हैं. हमें खुद से सवाल करना चाहिए कि मुल्क के साथ कर क्या रहे हैं?''
'...उस समय नहरू IIT बनवा रहे थे'
मिफ्ताह इस्माइल ने पाकिस्तान की शिक्षा नीति और व्यवस्था पर कई सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान महज एक फीसदी रिपब्लिक है. यहां बस ड्राइवर का बेटा बस ड्राइवर ही बनता है. शिक्षा केवल एक फीसदी लोगों को मिलती है. उन्होंने आगे कहा, "माइक्रोसॉफ्ट, ट्विटर और गूगल सब के सीईओ भारत से आए हैं. ये आईआईटी से निकल कर आए हैं. अपने यहां सरकारें बदलती रहती थीं और भारत में नेहरू आईआईटी बनवा रहे थे."
जनसंख्या पर की पाक और बांग्लादेश की तुलना
मिफ्ताह इस्माइल ने पाकिस्तान और बांग्लादेश की भी तुलना की. उन्होंने कहा जब पूर्वी पाकिस्तान बांग्लानदेश नहीं बना था तो वहां की आबादी पश्चिमी पाकिस्तान से ज्यादा थी. उन्होंने बताया, "पूर्वी पाकिस्तान में उस वक्त 361 सीटें थी और पश्चिमी पाकिस्तान में 138 सीटें. मुजीब-उर रहमान साहब पूर्वी पाकिस्तान से जीते और ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो साहब पश्चिमी पाकिस्तान से."
'इस्लाम खतरे में आ जाता है'
पूर्व वित्त मंत्री कहा कि उस वक्त आवामी लीग ने 160 सीटें जीती थी और भुट्टो साहब ने 138 में से कुल 80 पर विजय प्राप्त की थी. इस्माइल ने कहा, "अब बांग्लादेश की आबादी 15 करोड़ है और पाकिस्तान की जनसंख्या 23 करोड़ तक पहुंच गई है. किसी की हिम्मत नहीं है कि पाकिस्तान में जनसंख्या नियंत्रण की बात कर दे. आप ज़रा सी बात करेंगे तो इस्लाम खतरे में आ जाता है."
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