Imran Khan Hakiki March: इमरान के हकीकी आजादी मार्च से गृह युद्ध का खतरा? गृह मंत्रालय की चेतावनी- सरकारी कर्मचारी रहें दूर
Imran Khan Hakiki March: इमरान खान पर पहले ही तमाम मामलों को लेकर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है, वहीं हाल ही में चुनाव आयोग ने भी उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया.
Imran Khan Hakiki March: पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के इस्लामाबाद तक लॉन्ग मार्च को लेकर एक तरफ जहां फौज हकरत में आ गई तो वहीं दूसरी सरकार ने इसको लेकर आगाह किया है. वहां के गृह मंत्रालय ने इमरान खान के हकीकी आजादी मार्च से सरकारी कर्मचारियों को कहा है कि वे इस मार्च का हिस्सा न बनें. इसके साथ ही, राज्य सरकारों को भी ये बातें कही गई हैं. सूत्रों के मुताबिक, अगर जरूरत पड़ी तो इमरान खान की गिरफ्तारी भी हो सकती है, इस बात से पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार भी इनकार नहीं कर रही है. सूत्रों ने ये भी बताया कि इमरान खान के मौजूदा रुख से वहां की सेना खुश नहीं है.
इमरान खान को हाल ही में चुनाव आयोग से झटका लगा है, लेकिन इसके बावजूद वो लगातार चुनाव कराए जाने की मांग पर अड़े हैं. इसे लेकर आज से इमरान खान ‘हकीकी आज़ादी’ मार्च शुरू करने जा रहे हैं. जिससे सरकार को नेशनल असेंबली को भंग करने और मध्यावधि चुनावों की घोषणा करने के लिए बाध्य किया जा सके. इस दौरान इमरान खान के साथ उनके सैकड़ों समर्थक भी मौजूद दिखेंगे. इमरान खान का यह लॉन्ग मार्च लाहौर के लिबर्टी चौक से शुरू होगा और इस्लामाबाद तक पहुंचेगा. लेकिन इस मार्च के ठीक पहले इस्लामाबाद में भारी संख्या में फौज की तैनाती की गई है. इसके बाद गृह युद्ध का खतरा बढ़ गया है.
इमरान ने कहा- नहीं तोड़ेंगे कोई कानून
हकीकी मार्च से पहले इमरान खान ने कहा कि हम किसी भी हिंसा के लिए इस्लामाबाद नहीं जा रहे हैं, हम कोई कानून नहीं तोड़ेंगे. हम उच्च सुरक्षा क्षेत्र ‘रेड जोन’ में प्रवेश नहीं करेंगे, हम राजधानी में उस स्थान पर विरोध प्रदर्शन करेंगे, जिसे सर्वोच्च न्यायालय ने नामित किया गया है. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने ये भरोसा दिलाया कि मार्च में शामिल सभी लोग शांतिपूर्ण व्यवहार करेंगे. इमरान ने कहा कि हकीकी आज़ादी के लिए हमारा मार्च होगा और इसकी कोई समय सीमा नहीं होगी. इमरान खान ने इस मार्च को राजनीति से इतर बताया. उन्होंने कहा कि हकीकी मार्च कुछ अलग होगा. ये लड़ाई इन चोरों के साथ है, ये आजादी की लड़ाई है. ये लोग तय करेंगे कि देश किस तरफ जाएगा, ये सब हम पर थोपा गया है.
चुनाव आयोग से लगा था झटका
इमरान खान पर पहले ही तमाम मामलों को लेकर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है, वहीं हाल ही में चुनाव आयोग ने भी उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया. उन्हें मिले गिफ्टों की बिक्री से हुई आय का खुलासा न करने को लेकर उनके खिलाफ ये कार्रवाई की गई. हालांकि हाईकोर्ट ने ये साफ कर दिया है कि इमरान खान को भविष्य में चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित नहीं किया गया था. फिलहाल ये मामला कोर्ट में है. इमरान खान हर हाल में ये चाहते हैं कि पाकिस्तान में आम चुनावों का ऐलान किया जाए, जिसके बाद वो एक बार फिर देश की सत्ता तक पहुंच सकें.
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