इमरान पर हमले से एक दिन पहले ही ISI हेडक्वॉर्टर गए थे जनरल बाजवा, पाक सेना-ISI का हाथ होने का शक गहराया
Imran Khan: गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने इमरान खान के इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सरकार जांच में हर तरह का सहयोग देने को तैयार है.

Imran Khan Attacked: पाकिस्तान के पूर्व पीएम और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान पर गुरुवार की शाम हुए हमले की खबर ने सभी को चौंका कर रख दिया है. पीटीआई चीफ के लॉन्ग मार्च के दौरान हुए हमले के बाद इस वक्त कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. शक पाकिस्तानी आर्मी और वहां की खुफिया एजेंसी के ऊपर भी जा रहा है. हमले के एक दिन पहले ही यानी बुधवार को जनरल बाजवा ने पाकिस्तान आर्मी की स्ट्रटीजिक (Nuclear) फ़ोर्स के कमांड और ISI हेडक्वार्टर का दौरा किया था.
इमरान खान और उनके लोगों की ओर से इस हमले के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तानी आर्मी के एक अफसर को जिम्मेदार ठहराया है, जिसका नाम मेजर जनरल फैसल सुल्तान बताया जा रहा है. पाकिस्तान में abp न्यूज़ के सूत्रों ने बताया कि लोगों ने मेजर जरनल फैसल के घर को भीड़ ने घेर रखा है. गुस्साए लोगों ने आर्मी चीफ बाजवा का घर भी घेरा है. इसके साथ ही, पाकिस्तान में आर्मी हेडक्वार्टर के बाहर जोरदार प्रदर्शन हो रहा है. पाक आर्मी चीफ बाजवा के खिलाफ जमकर नारेबाजी हो रही है.
किसने चलवाई इमरान पर गोलियां?
इमरान पर कातिलाना हमले की बिसात बिछाई गई थी, लेकिन किसने बिछाई? फिलहाल इसका मुकम्मल जवाब देना मुमकिन नहीं है. इल्जाम सीधे पाकिस्तान के आर्मी चीफ और प्राइम मिनिस्टर पर लगे हैं. वैसे पाकिस्तान का इतिहास गवाह है. जो भी पाकिस्तान के जनरलों के खिलाफ आवाज़ उठाता है, उसकी आवाज हमेशा के लिए खामोश कर दी जाती है. फिर चाहे वो पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टों हों या फिर पाकिस्तान के फर्स्ट प्राइम मिनिस्टर लियाकत अली खान हों.
ऐसे में सवाल ये भी है कि क्या इमरान खान भी रडार पर थे? ऐसा इसलिए क्योंकि लॉन्ग मार्च के फर्स्ट डे से इमरान जनरल बाजवा को सीधा चैलेंज दे रहे थे. खैर इन सवालों का तिलिस्म वक्त के साथ टूटेगा. लेकिन इमरान पर कातिलाना हमले के बाद पाकिस्तान में हालात बेहद गंभीर है.
सरहद पार जिस सिविल वॉर की आशंका एबीपी न्यूज़ ने लॉन्ग मार्च शुरू होने के वक्त जताई थी, उसका एक तरह से आगाज़ हो चुका है. पाकिस्तान के शहर शहर में कोहराम मचा है. आगजनी हो रही है. करीब-करीब हर शहर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. लोग आर्मी और शहबाज सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर गए हैं.
पाक सरकार ने आरोपों को किया खारिज
इससे पहले पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को आरोप लगाया कि मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृहमंत्री और सेना के एक जनरल ने उनकी हत्या की कोशिश की नाकाम साजिश रची. इमरान के करीबी सहयोगी असद उमर ने एक वीडियो बयान जारी कर यह आरोप लगाया.
गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने इमरान खान के इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सरकार जांच में हर तरह का सहयोग देने को तैयार है. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के विरोध मार्च के दौरान पंजाब प्रांत में उनके कंटेनर-ट्रक पर हमला किया गया, जिसमें उनके पैर में गोली लगी है, लेकिन वह खतरे से बाहर हैं. इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई वहीं खान (70) की पार्टी ने दावा किया कि यह ‘‘हत्या का प्रयास’’ था.
पुलिस के बयान और PTI के आरोप पर सवाल
पंजाब के वजीराबाद कस्बे के अल्लाहवाला चौक के पास यह घटना उस समय हुई जब खान जल्दी चुनाव कराने की अपनी मांग को लेकर इस्लामाबाद तक मार्च का नेतृत्व कर रहे थे. पंजाब पुलिस ने एक बयान में कहा कि इस घटना में सात लोग घायल हो गए और एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के वरिष्ठ नेता असद उमर ने एक वीडियो बयान में कहा कि पार्टी अध्यक्ष इमरान खान ने तीन संदिग्धों का नाम लिया है, जो आज के हमले के पीछे हो सकते हैं. असद उमर ने कहा, 'इमरान खान ने हमें फोन किया और अपनी ओर से देश को यह संदेश देने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि तीन लोग- प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृहमंत्री सनाउल्लाह और मेजर जनरल फैसल नसीर उन पर हमले की साजिश में शामिल थे.'
जियो टीवी के अनुसार हमलावर की पहचान नावेद के रूप में हुई है. चैनल ने कहा कि करीब 20 साल के हमलावर ने सलवार-कमीज पहन रखी थी और वह खान की गाड़ी के साथ चल रहा था और उसने बाईं ओर से गोलीबारी की. पुलिस द्वारा पकड़े गए संदिग्ध ने कहा कि वह खान को मारना चाहता था, क्योंकि 'वह जनता को गुमराह कर रहे हैं.’’
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