सलाखों के पीछे से चुनाव लड़ेंगे पूर्व पीएम इमरान खान, अब तक कितने सजायाफ्ता पाक नेताओं ने ठोंकी ताल, जानें
Pakistan General Election: पाकिस्तान में किसी आरोप के तहत जेल की सजा काट रहे व्यक्ति को चुनाव लड़ने का अधिकार है, हालांकि कई मामलों में अपराधों की प्रकृति पर भी निर्भर करता है.
Pakistan Election 2024: पाकिस्तान में अगले साल होने वाले आम चुनाव को लेकर देश के सभी राजनीतिक दल तैयारी कर रहे हैं. पूर्व पीएम नवाज शरीफ चार साल बाद पाकिस्तान लौटे हैं और वे प्रधानमंत्री पद के लिए चुनाव लड़ेंगे. इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जेल में रहते हुए चुनाव लड़ेंगे. इमरान खान इस साल अगस्त से साइफर मामले के तहत जेल में हैं. इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने कहा है कि इमरान तीन सीटों पर चुनाव लड़ेंगे.
पीटीआई के अध्यक्ष बैरिस्टर गौहर अली खान ने बताया है कि इमरान खान लाहौर, मियांवली और इस्लामाबाद से चुनावी मैदान में उतरेंगे. गौहर खान बोले, "इमरान खान से तीनों सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए जेल में नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर लिए जाएंगे."
जेल से चुनाव लड़ने को लेकर पाकिस्तान में है कोई नियम?
जेल में रहते हुए कोई राजनेता चुनाव लड़ सकता है या नहीं इसे लेकर पाकिस्तान की राजनीतिक हलकों में गहमा-गहमी का माहौल है. बीबीसी ऊर्दू ने कानून विशेषज्ञ आरिफ चौधरी के हवाले से बताया है कि अगर कोई व्यक्ति किसी भी आरोप में जेल में सजा काट रहा हो लेकिन अब तक दोषी नहीं ठहराया गया तो वह जेल से ही चुनाव लड़ सकता है. हालांकि कई जानकार मानते हैं कि जेल से चुनाव लड़ने में कोई मनाही नहीं है, लेकिन कई बार यह आरोपों की प्रकृति पर निर्भर करता है.
कई नेता पहले भी जेल में रहते हुए लड़ चुके हैं चुनाव
साल 2018 में मुस्लिम लीग के नेता राजा कमर इस्लाम को भी भष्ट्राचार के मामले में गिरफ्तार किया गया था इसके बावजूद उन्होंने चुनाव लड़ा था. परवेज मुशर्रफ की हूकूमत के दौरान पीएमएल-एन के सीनियर नेता जावेद हाशमी जेल में थे, उन्होंने जेल में रहते हुए प्रधानमंत्री शौकत अजीज को खिलाफ चुनाव लड़ा था. 1985 में लाहौर के शेख रोहेल असगर, 1977 में चौधरी जहूर इलाही, 1970 में मौलाना कौसर नियाजी ने जेल से ही चुनाव लड़ा था. कौसर नियाजी ने जीत भी हासिल की थी.
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