Pakistan D-Chowk : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान की जेल से रिहाई को लेकर उनके समर्थकों ने पिछले चार दिनों में खूब बवाल किया. हालांकि अब पीटीआई ने प्रदर्शन वापस ले लिया है. वहीं इस विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए पाकिस्तान की सरकार ने पुलिस, रेंजर्स और यहां तक की सेना की तैनाती की थी. बावजूद इसके इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी की अपील पर लाखों की संख्या समर्थक इस्लामाबाद के डी-चौक पहुंच गए. इमरान खान के समर्थकों का डी-चौक पर पहुंचने का मतलब पाकिस्तान के राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय, संसद भवन और सुप्रीम कोर्ट का काम पूरी तरह से ठप हो जाना था. बता दें कि पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के डी-चौक का उतना ही महत्व है, जितना कि भारत की राजधानी नई दिल्ली के विजय चौक का है.


तहरीक-ए-इंसाफ ने खत्म किया विरोध प्रदर्शन


26 नवंबर (मंगलवार) की रात तक पाकिस्तानी सेना ने डी-चौक को इमरान खान के समर्थकों से खाली करा लिया है. डी-चौक के खाली होते ही इमरान खान की पार्टी ने विरोध प्रदर्शन को खत्म करने का भी ऐलान कर दिया था. लेकिन, बावजूद देश के कई अन्य हिस्सों में अभी भी तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. बता दें कि पाकिस्तानी सेना का पीटीआई समर्थकों के कब्जे से डी-चौक खाली कराना अपने आप में एक बड़ी घटना है. इस्लामाबाद के डी-चौक से प्रदर्शनकारियों को पूरी खाली कराना पाकिस्तान की राजनीतिक लिहाज से काफी जरूरी माना जा रहा है.


इस्लामाबाद में डी-चौक क्यों है इतना खास?


उल्लेखनीय है कि भारत की राजधानी नई दिल्ली में जिस महत्व का इंडिया गेट और विजय चौक का स्थान है, पाकिस्तान में उसी तरह से डी-चौक का भी महत्व है. इस्लामाबाद में पहुंचने का मतलब है कि आप पाकिस्तान के राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, सुप्रीम कोर्ट और प्रधानमंत्री कार्यालय के पास पहुंच गए. इसीलिए डी-चौक को वीआईपी एरिया माना जाता है. यह इस्लामाबाद का सबसे हाई प्रोफाइल इलाका है. डी-चौक पर पाकिस्तान के महत्वपूर्ण स्थानों के साथ कई देशों के दूतावास और विदेशी कार्यालय भी हैं.