Pakistan: इमरान खान की मुश्किलें बढ़ी, वकील की हत्या के मामले में एंटी टेररिज्म एक्ट के तहत केस दर्ज
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और तहरीक-ए-इंसाफ चीफ इमरान खान पर गिरफ्तारी की तलवार लटकती जा रही है, अब एक नए मामले में खान पर वकील की हत्या के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
Pakistan News: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के चीफ इमरान खान की मुश्किलें दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही हैं. इमरान पर अब सुप्रीम कोर्ट के एक वकील की हत्या के मामले में आतंकवाद विरोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है. उनकी पार्टी ने बुधवार (7 जून ) को यह जानकारी दी.
सुप्रीम कोर्ट के वकील अब्दुल रज्जाक शर की मंगलवार (06 जून) को बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा में गोली मारकर हत्या दी गई. अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर उस वक्त हत्या कर दी गई जब वह प्रांतीय उच्च न्यायालय जा रहे थे. वकील शर के बेटे सिराज अहमद ने मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज कराई और आरोप लगाया कि उनके पिता की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के अध्यक्ष खान के इशारे पर हत्या की गई है.
मृतक वकिल के बेटे ने दर्ज किया केस
पीटीआई पार्टी ने व्हाट्सएप संदेश में पुष्टि की की 70 वर्षीय खान का नाम शहर के शहीद जमील काकड़ पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी में है. पार्टी की तरफ से साझा की गई प्राथमिकी की कॉपी के अनुसार, शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि उसके पिता ने खान के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. जिसके बाद से उन्हें धमकियां मिल रही थीं.
उन्होंने कहा, “मैंने प्राथमिकी में इमरान खान का नाम इसलिए लिया है क्योंकि मेरे पिता को उनके कहने पर धमकियां दी जा रही थीं.” शर ने खान और पूर्व डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी के खिलाफ बलूचिस्तान हाई कोर्ट में अनुच्छेद 6 के तहत कार्यवाही के लिए एक संवैधानिक याचिका दायर की थी. जो अप्रैल 2022 में नेशनल असेंबली को अवैध रूप से भंग करने के लिए उच्च राजद्रोह से संबंधित थी. तब संयुक्त विपक्ष ने पीटीआई सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था.
पीटीआई प्रवक्ता ने दावे को किया खारिज
इससे पहले, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के सहयोगी अताउल्लाह तरार ने आरोप लगाया था कि देशद्रोह के एक मामले में जवाबदेही से बचने के लिए खान के इशारे पर शर की हत्या की गई थी. वहीं पीटीआई के प्रवक्ता रऊफ हसन ने दावे को खारिज करते हुए इसके बजाय प्रधानमंत्री शरीफ और गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया.
इससे पहले मार्च में भी इमरान समर्थक सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. जो एक हिंसक रुप ले लिया था, इस घटना में पीटीआई समर्थको में एक की मोत हो गई थी, वहीं कई कार्यकर्ता जख्मी हो गए थें. जिसके बाद पुलिस ने पूर्व पीएम इमरान समेत अन्य नेताओं पर संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज की थी.
ये भी पढ़ें- 'नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, जहां तक मैंने...', बोले उत्तराखंड के पूर्व CM त्रिवेन्द्र सिंह रावत