Pakistan Fuel Shortage: कंगाल पाकिस्तान में अवाम को एक और झटका, अब नहीं मिलेगी 24 घंटे गैस-सप्लाई, जानें हुकूमत ने क्या वजह बताई
Pakistan Gas Supply: पाकिस्तान में ईंधन की किल्लत के बीच पेट्रोलियम राज्य मंत्री मुसादिक मलिक ने घोषणा कर दी है कि सरकार अब 24 घंटे गैस-सप्लाई नहीं करेगी. इससे उद्योग-जगत को निराशा हाथ लगी है.
Pakistan LPG Gas Crisis: आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान (Pakistan) में अवाम के लिए अपनी रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करना मुश्किल हो गया है. एक ओर जहां महंगाई (Inflation) ने 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, वहीं विदेशी मुद्रा भंडार नाममात्र का शेष रहने के कारण पाकिस्तान का व्यापार (Trade) भी ठप हो चला है. उसके पास पेट्रोलियम तेल-गैस खरीदने को बजट नहीं है. ऐसे में मुल्क ईंधन-संकट से भी जूझ रहा है.
ईंधन की किल्लत के बीच पाकिस्तान के पेट्रोलियम राज्य मंत्री मुसादिक मलिक ने जनता के लिए 24 घंटे गैस-सप्लाई करने से मना कर दिया है. मलिक ने बुधवार (5 अप्रैल) को कहा कि अवाम को अब 24/7 गैस नहीं मिल सकती है. पाकिस्तान की ऊर्जा के लिए प्राकृतिक गैस पर बेहद अधिक निर्भरता है. इस पर बढ़ती मांग और अपर्याप्त आपूर्ति के साथ मुल्क के कई क्षेत्रों में लोडशेडिंग एक बड़ा मुद्दा बन गई है.
रमजान में ईंधन की खपत तेजी से बढ़ी
पाकिस्तान के जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, ईंधन-खपत पाक महीने रमजान के चलते पाकिस्तान में और बढ़ गई. इससे हालात और भी खराब हो गए. एक अधिकारी ने बताया कि इन दिनों पाकिस्तानी खाना पकाने और अन्य कारणों से अधिक गैस का उपयोग करते हैं, खासकर सहरी और इफ्तार के समय. रमजान के महीने में पाकिस्तानी हुकूमत कोई इंतजाम नहीं कर पाई, बल्कि अब पेट्रोलियम राज्य मंत्री ने ये आदेश दे दिए हैं कि अब 24 घंटे गैस-सप्लाई की सुविधा बंद करेंगे.
'हम अब 24 घंटे गैस उपलब्ध नहीं करा सकते'
मंत्री ने कराची में पत्रकारों से बातचीत में कहा, "हम 24 घंटे गैस उपलब्ध नहीं करा सकते, क्योंकि हमारे भंडार कम हो गए हैं." अधिकारियों का भी यही रवैया है, वो कह रहे हैं कि गैस की आपूर्ति की प्रक्रिया की निगरानी की जानी चाहिए और किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए.
'उद्योग बिना गैस के काम नहीं कर सकते'
कराची चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (केसीसीआई) ने कराची उद्योगों को गैस आपूर्ति की कमी पर तत्काल सरकारी कार्रवाई की मांग की और कहा कि उद्योग बगैर गैस के काम नहीं कर सकते हैं. उन्हें मजबूरन उत्पादन रोकना होगा. केसीसीआई के अध्यक्ष मुहम्मद तारिक यूसुफ ने कहा, "कराची के व्यापारिक समुदाय के प्रति इस तरह का रवैया रखना बेहद अनुचित है, जो इतनी बाधाओं और चुनौतियों का सामना करने के बावजूद निर्यात के मामले में लगभग 54% और राजस्व के मामले में 68% से अधिक का योगदान देता है."
वहीं, मंत्री मलिक ने कहा कि उनकी कराची यात्रा गैस आपूर्ति के मुद्दों को हल करने पर आधारित थी, जिसका लोग सामना कर रहे हैं और उन्होंने उनसे अपने बिलों का भुगतान सुनिश्चित करने का आग्रह किया है. मंत्री ने कहा, "अब अमीरों और गरीबों का गैस बिल अलग कर दिया गया है, अमीरों को अब अधिक भुगतान करना होगा."