Pakistan: भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर में G-20 की बैठक कराने का फैसला किया है, जिस पर पाकिस्तान ने नाराजगी जाहिर की है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने  श्रीनगर में हो रही बैठक का विरोध करते हुए इसे निराशाजनक बताया है. 


पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में जी-20 कार्यक्रम आयोजित करने के भारत के कदम को गैरजिम्मेदाराना करार देते हुए कहा कि भारत अपने स्वार्थी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए फिर से एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय समूह की अपनी सदस्यता का फायदा उठा रहा है. 


आर्टिकल 370 हटने के बाद पहली इंटरनेशनल समिट


पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय कहा है कि भारत का यह नया गैर-जिम्मेदाराना कदम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों की सरासर अवहेलना और संयुक्त राष्ट्र चार्टर तथा अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों का उल्लंघन है. पाकिस्तान इन कदमों की कड़ी निंदा करता है. गौरतलब है कि G-20 प्लान के मुताबिक, श्रीनगर में 22 और 23 मई को टूरिज्म पर वर्किंग ग्रुप की बैठक होगी. पहली बार जम्मू-कश्मीर में G-20 की बैठक होगी. आर्टिकल 370 हटने के बाद यहां पहली इंटरनेशनल समिट भी होगी.


पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ऐसे देश के लिए जिसके पास खुद के बारे में और दुनिया में अपनी जगह के बारे में एक भव्य दृष्टि है, भारत ने एक बार फिर दिखाया है कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के एक जिम्मेदार सदस्य के रूप में कार्य करने में असमर्थ है. 


श्रीनगर से भारत को उम्मीद 


गौरतलब है कि भारत अपनी अध्यक्षा में इस साल देश के सभी 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में G20 की बैठकें आयोजित करा रहा है. इससे पहले भारत अरुणाचल प्रदेश में जी-20 कार्यक्रम आयोजित करा चुका है . जिसपर चीन ने भी बौखलाहट दिखाई थी. अरुणाचल प्रदेश में हुई जी-20 की बैठक में क़रीब 50 डेलीगेट्स ने हिस्सा लिया था और सरकार को उम्मीद है कि श्रीनगर में भी बड़ी संख्या में प्रतिनिधि जुटेंगे.


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