(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Pakistan On Rajnath Singh: राजनाथ सिंह के एलओसी पार करने वाले बयान पर पाकिस्तान को लगी मिर्ची, कहा- युद्ध...
Pakistan: राजनाथ सिंह की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए इस्लामाबाद में विदेश कार्यालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि पाकिस्तान किसी भी आक्रामकता के खिलाफ अपनी रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम है.
Pakistan On Rajnath Singh: पाकिस्तान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) की उस टिप्पणी की निंदा की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत अपना सम्मान और प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए नियंत्रण रेखा (LoC) पार करने के लिए तैयार है. पाकिस्तान ने कहा कि ‘युद्ध भड़काने वाली बयानबाजी क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरा है.
लद्दाख के द्रास में बुधवार (26 जुलाई) को 24वें कारगिल विजय दिवस के अवसर पर कारगिल युद्ध स्मारक में अपने संबोधन में सिंह ने कहा था कि देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता की रक्षा में कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
'हम LoC को पार कर जाएंगे'
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हम देश का सम्मान और प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. अगर इसके लिए LoC पार करना हो, तो हम वह भी करने के लिए तैयार हैं. अगर हमें उकसाया गया और जरूरत पड़ी तो हम LoC को पार कर जाएंगे. उन्होंने कहा था कि करगिल युद्ध भारत पर थोपा गया था. जिस वक्त भारत पाकिस्तान के साथ बातचीत के जरिये मुद्दों की सुलझाने की कोशिश कर रहा था. पाकिस्तान ने हमारी पीठ में छुरा भोंक दिया. सशस्त्र बलों को राष्ट्र के दुश्मनों का खात्मा करने के लिए खुली छूट दी गई है.
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने जारी किया बयान
राजनाथ सिंह की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए इस्लामाबाद में विदेश कार्यालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि पाकिस्तान किसी भी आक्रामकता के खिलाफ अपनी रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम है. हम भारत को अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह देते हैं क्योंकि उसकी आक्रामक बयानबाजी क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरा है और दक्षिण एशिया में राजनीतिक माहौल को अस्थिर करने वाली है. ये पहली बार नहीं है कि भारत के नेताओं और वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान के बारे में अत्यधिक गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी की है.
भारत ने अनुच्छेद 370 हटाया
कश्मीर मुद्दे और पाकिस्तान से होने वाले सीमा पार आतंकवाद को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध तनावपूर्ण रहे हैं. 5 अगस्त, 2019 को भारत ने संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने, जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद दोनों देशों के बीच संबंध और खराब हो गए.
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