IMF ने पेश की पाकिस्तानी इकोनॉमी की धूमिल तस्वीर, GDP दर घटकर 2% हुई, हुकूमत के 'आगे कुआं पीछे खाई'
GDP Growth Report: IMF ने अमेरिका, चीन, भारत समेत पाकिस्तानी जीडीपी ग्रोथ रेट पर रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट में पाकिस्तान की विकास दर की गति घटाकर आधी कर दी गई, ऐसा उसकी आर्थिक बदहाली के चलते हुआ है.
Pakistan GDP growth 2023: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में दिन-दर-दिन बिगड़ते हालात उसे डिफॉल्ट होने की ओर धकेल रहे हैं. उसकी अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए तत्काल अरबों डॉलर चाहिए, लेकिन इतना बड़ा आर्थिक पैकेज मिलना मुश्किल है. पाकिस्तानी हुकूमत ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से कर्ज मांगा है, मगर यह कर्ज हासिल करने के लिए उसे कई ऐसी शर्तें माननी होंगी, जिन्हें लागू करने पर पाकिस्तान में अराजकता और बढ़ सकती है.
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के 'आगे कुआं पीछे खाई' वाले हालात हो गए हैं. उनको समझ नहीं आ रहा कि वह अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) डील करें या फिर डिफॉल्ट होने का रिस्क झेलें. क्योंकि, कई इकोनॉमिक एक्सपर्ट्स ने शहबाज शरीफ को चेताया है कि वे अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से कर्ज लेने की शर्तों को न मानें, वरना मुल्क बर्बाद हो जाएगा. दूसरी ओर पाकिस्तानी जीडीपी में गिरावट आती जा रही है.
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से पाक को लगा ये झटका
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने वित्त वर्ष 2023 के लिए पाकिस्तान के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की विकास दर के अनुमान को 3.5% से घटाकर 2% कर दिया है. मंगलवार को जारी अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के विश्व आर्थिक आउटलुक (WEO) के अनुसार, देश की GDP विकास दर अगले वित्त वर्ष 2023-24 में 4.4% तक बढ़ जाएगी.
4% से 2% यानी आधा हुई पाक की GDP
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की यह रिपोर्ट इस महीने की शुरुआत में विश्व बैंक (WB) द्वारा की गई भविष्यवाणी के समान है. 12 जनवरी को जारी "ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉस्पेक्ट्स" रिपोर्ट में, विश्व बैंक ने पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि को घटाकर अनिश्चित आर्थिक स्थिति और विनाशकारी बाढ़ के कारण चालू वित्त वर्ष के लिए 4% से 2% तक यानी कि आधा करने की भविष्यवाणी की थी.
चीन की जीडीपी की भी रफ्तार कम
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की रिपोर्ट को यदि चीन से जोड़कर देखा जाए तो वहां भी हालत ज्यादा ठीक नहीं पाए गए हैं. आईएमएफ ने 2023 के लिए चीन के विकास के दृष्टिकोण को संशोधित किया है, और जीडीपी ग्रोथ 4.4% से 5.2% तक रहने का पूर्वानुमान लगाया गया. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने कहा कि व्यापार की गतिशीलता में गिरावट और संरचनात्मक सुधारों पर धीमी प्रगति के बीच मध्यम अवधि में चीन की जीडीपी ग्रोथ "2024 में 4.5% तक गिर जाएगी."
..लेकिन भारत का दृष्टिकोण मजबूत
इसी समय, जीडीपी के लिहाज से अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की नजर में भारत का दृष्टिकोण मजबूत बना हुआ है, 2023 में 6.1% के पूर्वानुमान के साथ, 2024 में हमारी जीडीपी ग्रोथ 6.8% रहने के आसार हैं.
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