इस्लामाबाद: इसी महीने की 25 तारीख को पाकिस्तान में आम चुनाव होने हैं जिसके लिए देश की संसद की निचली सदन में 272 सीटों पर सीधी वोटिंग होगी. इसी के साथ प्रांतीय चुनावों के लिए भी देश भर में वोट पड़ेंगे. कुल 70 सीटें रिज़र्व कैटगरी में आती हैं जिनमें से 60 महिलाओं और 10 अल्पसंख्यकों के खाते में जाती हैं. पड़ोसी मुल्क में पंजाब सबसे बड़ा प्रांत है जिसके बाद सिंध का नंबर आता है. इनके अलावा खैबर-पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान जैसे प्रांतों की प्रमुख भूमिका मानी जाती है.
आइए, आसान भाषा में समझने की कोशिश करें पाकिस्तानी चुनाव को
- भारत की लोकसभा की तरह पाकिस्तान में एक नेशनल असेंबली होती है
- इसका कार्यकाल भी भारत की लोकसभा की तरह पांच सालों का होता है
- इसके प्रमुख पदों में भारत की लोकसभा की तरह पीएम, विपक्ष के नेता और स्पीकर जैसे पद शामिल होते हैं
- पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 342 सीटें हैं
- इनमें से 272 सीटें जेनरल कैटगरी की है, वहीं बाकी की 70 सीटें रिज़र्व हैं
- इन 70 में से 60 सीटें महिलाओं और 10 सीटें अल्पसंख्यों के लिए रिज़र्व हैं
- देश के चार प्रांतों और दो केंद्र प्रसाशित क्षेत्रों में ये चुनाव होने वाले हैं
- इनमें पंजबा (141 सीट), सिंध (61 सीट) खैबर-पख्तूनख्वा (39 सीट), बलूचिस्तान (16 सीट), फाटा - संघ प्रशासित आदिवासी क्षेत्र (12 सीट), राजधानी क्षेत्र इस्लामाबाद (तीन सीट) के नाम शामिल है
- बहुमत के लिए एक पार्टी को जेनरल सीटों में से 137 सीटें हासिल करनी होती हैं
- पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और गिलगित बाल्टिस्तान को स्वायत्तता हासिल है और इसी वजह से वहां चुनाव नहीं होते
- देश में कुल रजिस्टर्ड वोटरों की संख्या 10 करोड़ 59 लाख 55 हज़ार 407 है
- पाकिस्तान में कुल 107 रजिस्टर्ड राजनीतिक पार्टियां हैं जिनमें महज़ 30 सक्रिय रूप से राजनीति कर रही हैं
- इन पार्टियों के कुल 3765 उम्मीदवार नेशनल असेंबली के इन चुनावों में हिस्सा ले रहे हैं
- वोटिंग की उम्र 18 साल है और मतदाताओं के लिए कुल 85,000 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं
- 2013 के आम चुनाव में कुल 55% वोट पड़े थे
- धर्म के आधार पर देश में 96.28% मुसलमान, 1.59% ईसाई, 1.6% हिंदू और .58% बाकी धर्मों के लोग हैं
कौन सी हैं प्रमुख राजनीतिक पार्टियां
File Photo: पाकिस्तान पुलिस की महिला जवान
- नवाज़ शरीफ की पार्टी 'पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज (पीएमएल-एन)'. 2013 में हुए आम चुनाव के बाद देश में दूसरी बार किसी राजनीतिक पार्टी ने पांच सालों का कार्यकाल पूरा किया और ये कीर्तिमान नावज़ शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन के हिस्से गया. भ्रष्टाचार के आरोपों में बर्खास्त किए जाने के पहले वो पड़ोसी मुल्क के पीएम थे. फिलहाल अपनी बेटी मरियम के साथ वो जेल में बंद हैं.
- पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी)- पार्टी के मुखिया बिलावल भुट्टो जरदारी बेनज़ीर भुट्टों के बेटे हैं. पार्टी ने देश में कई बार सरकार चलाई है और पिछले पांच सालों में देश को स्थायी विपक्ष भी दिया है.
- पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई)- क्रिकेट से राजनीति में आए इमरान खान की ये पार्टी देश में काफी लोकप्रिय है. लेकिन इसे उस हिसाब से वोट नहीं मिल पाए हैं. देखने वाली बात होगी की इस चुनाव में इनकी पार्टी कैसा प्रदर्शन करती है.