Pakistan Politics: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शहबाज शरीफ सरकार को चेतावनी दी है कि अगर आमने-सामने बैठकर बातचीत के जरिये मसलों का समाधान कर आम चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की गई तो पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की विधानसभाओं को भंग कर दिया जाएगा. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी प्रमुख इमरान खान ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि उनके नेता प्रांतीय विधानसभाओं से इस्तीफा दे देंगे. 


खान ने कहा, “विचार करते हुए मैंने फैसला किया है कि या तो वे हमारे साथ बातचीत कर चुनाव की तारीख तय करें या मान लीजिए कि पाकिस्तान के लगभग 66 प्रतिशत क्षेत्र- खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब में अगर हम विधानसभाओं को भंग कर देते हैं तो चुनाव होंगे.’’


गवर्नर शासन लगाने की चेतावनी 


इमरान खान की पार्टी पीटीआई पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) और गिलगित-बाल्टिस्तान प्रांत में सत्ता में है. वहीं, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के नेतृत्व वाली संघीय सरकार ने पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में ‘गवर्नर’ शासन लगाने की चेतावनी दी है.


राणा सनाउल्लाह ने किया स्वागत


इस बीच पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने बातचीत के लिए इमरान खान की पेशकश का स्वागत किया है. उन्होंने कहा, "जब राजनीतिज्ञ कुछ करने की ठानकर बैठते हैं तो मसले सुलझ जाते हैं." इमरान खान को नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद इस साल अप्रैल में प्रधानमंत्री के पद से हटा दिया गया था.  इमरान पाकिस्तान में नए सिरे से आम चुनाव की मांग कर रहे हैं.


प्रधानमंत्री शरीफ के नेतृत्व वाली संघीय सरकार तुरंत चुनाव कराने की मांग का विरोध कर रही है. पाकिस्तान की वर्तमान नेशनल असेंबली का कार्यकाल अगस्त 2023 में खत्म होगा.


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