पाकिस्तान में सियासी उठापटक तेज हो गई है. देश में राजनीतिक अनिश्चितता का माहौल लगातार बढ़ रहा है. प्रधानमंत्री इमरान खान की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है. क्योंकि विपक्ष ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है. पीएम इमरान खान की मुसीबत दल बदल करने वाले और उनके बागी नेताओं ने बढ़ा दी है. जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे पहले लगभग 24 सांसदों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान करने की घोषणा की और खुद को सत्तारूढ़ दल से अलग कर लिया. लेकिन अब गठबंधन सहयोगियों का समर्थन जुटाने की कोशिशों के बाद भी सरकार को अपने सहयोगियों का समर्थन खोने का डर सता रहा है.


गठबंधन के सहयोगियों ने बढ़ाई इमरान खान की मुसीबत


सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान में सरकार के तीन प्रमुख गठबंधन सहयोगियों एमक्यूएम-पी (MQM-P), पीएमएल-क्यू (PML-Q) और बीएपी (BAP) ने प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव से पहले अलग होने का फैसला किया है. सूत्रों के मुताबिक सरकार के तीनों सहयोगी जल्द ही 25 मार्च तक पीएम इमरान खान को हटाने के अभियान में विपक्ष में शामिल होने की घोषणा करेंगे.


सरकार के सहयोगी विपक्ष को देंगे समर्थन!


सरकार के सहयोगी विपक्ष को समर्थन देने के अपने फैसले की घोषणा करने के लिए अपनी रणनीति तैयार कर रहे हैं, हालांकि, सहयोगियों ने अभी तक रिपोर्टों की पुष्टि नहीं की है. इससे पहले मंगलवार को पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने दावा किया था कि एमक्यूएम-पी (MQM-P) के साथ बैठक के बाद सत्ताधारी पीटीआई के सहयोगी अब सरकार के साथ नहीं हैं.


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