Gwadar Protest: बलूचिस्तान के लोगों के साथ चीन और पाकिस्तान की तरफ से किए जा रहे अत्याचार के खिलाफ अब बलूच एकजुट हो रहे हैं. वैसे तो बलूचिस्तान का पाकिस्तान का एक प्रांत है, लेकिन यहां के लोग पाकिस्तान की सरकार के खिलाफ हैं, इनका आरोप है कि पाकिस्तान और चीन बलूचिस्तान के संसाधनों को लूट रहे हैं. अपने खिलाफ हो रहे अत्याचार के खिलाफ बलूच यकजेहती कमेटी ने ग्वादर में प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. मांगे पूरी नहीं होने तक प्रदर्शन का एलान किया है. 


बलूच यकजेहती कमेटी (BYC) की सेंट्रल आयोजक डॉ महरंग बलूच ने मांगें पूरी नहीं होने पर ग्वादर में अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन की घोषणा की है. रविवार को 'बलूच नेशनल गैदरिंग' का आयोजन किया गया, इस दौरान पाकिस्तानी अधिकारियों की तमाम कोशिशों के बावजूद हजारों बलूच इकट्ठा हुए. अपने संबोधन के दौरान मंहरंग बलूच ने बलूचों पर किए जा रहे अत्याचार पर पूरी दुनिया से ध्यान देने की अपील की. 


पूरे बलूचिस्तान में लगा है कर्फ्यू
महरंग ने कहा कि 'आज एक जागरूक बलूच राष्ट्र मौजूद है, जिसे यह ठीक से मालूम है कि उनके संसाधनों को कौन लूट रहा है.' महरंग ने कहा कि मांगे पूरी नहीं होने तक ग्वादर मरी ड्राइव पर प्रदर्शन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि बलूच महिलाओं पर हमला किया गया, उनके शॉल फाड़ दिए गए और उनपर आंसू गैस के गोले दागे गए. उन्होंने कहा कि 'बलूच राजी मुची' को रोकने के लिए आज पाकिस्तान हर कोशिश कर रहा है, इसके बावजूद हजारों बलूच ग्वादर में इकट्ठा हुए हैं. 


बलूचिस्तान बना युद्ध का मैदान
बलूच यकजेहती कमेटी ने कहा कि 'बलूच राजी मुची' का आयोजन एक दिन के लिए होना था, लेकिन सरकार की हिंसा के खिलाफ इसे अनिश्चित काल के लिए बढ़ा दिया गया है. बयान में कहा गया है कि कर्फ्यू और सरकार की क्रूरता के बावजूद ग्वादर में हजारों बलूच बने हुए हैं. तलार चौकी पर भी अलग धरना जारी है. यकजेहती कमेटी ने कहा कि पिछले 48 घंटों में ग्वादर और पूरा बलूचिस्तान युद्ध के मैदान में बदल गए हैं. कमटी ने सरकार पर आरोप लगाया कि बलूचिस्तान में पूरी तरह से कर्फ्यू लगा दिया गया है, मोबाइल और इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है, अंधाधुंद गोलीबारी की जा रही है.


महरंग बलूच को गोली मारने का आदेश
दरअसल, बलूचिस्तान में लंबे समय से लोगों के गायब होने की खबर आती रही है. जबरन गायब करने और मानवाधिकार हनन को लेकर अब बलूच लामबंद हो गए हैं. इस आयोजन के दौरान पाकिस्तान के सुरक्षाबलों की तरफ से की गई फायरिंग में दो लोग घायल हुए हैं. यकजेहती कमेटी ने आरोप लगाया है कि बलूचों की आवाज को दबाने के लिए महरंग बलूच को रास्ते से हटाने का सरकार ने प्लान बनाया है. कमेटी ने कहा कि ग्वादर के कमिश्नर ने महरंग बलूच को धमकी भरा फोन किया था. इसमें कमिश्नर ने कहा कि उन्हें बलूच और यकजेहती कमेटी के नेतृत्व को गोली मारने का आदेश मिला है. 


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