इस्लामाबाद: भारत ने अपने हिस्से का पानी पाकिस्तान जाने से रोकने का फैसला बुधवार को किया है. भारत के इस फैसले पर पाकिस्तान ने प्रतिक्रिया जाहिर की है. पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय के सचिव शमैल अहमद ख्वाजा ने इस मुद्दे पर कहा है कि अगर भारत, पाकिस्तान की तरफ आने वाले पानी का प्रवाह मोड़ता है तो इससे पाकिस्तान को कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत को ऐसा करने की इजाजत इंडस वैली ट्रीटी भी देता है.
सचिव शमैल अहमद ने कहा कि मंत्री नितिन गडकरी का ट्वीट पाकिस्तान के लिए कोई घबराहट का विषय नहीं है. शमैल अहमद ने कहा कि भारत रावी नदी पर अपने हिस्से के पानी को स्टोर करने के लिए शाहपुर कंडी बांध बनाना चाहता है और इससे पाकिस्तान को कोई समस्या नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत का यह प्रोजेक्ट 1995 से ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि अगर अब भारत अपने पानी के इस्तेमाल के लिए इसे बनाना चाहता है तो इससे पाकिस्तान को कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
हालांकि, शमैल अहमद ने कहा कि अगर भारत इन नदियों- चेनाब, इंडस और झेलम का पानी रोकता है तो इसपर पाकिस्तान निश्चित तौर पर अपना विरोध दर्ज कराएगा. उन्होंने कहा कि इन नदियों के पानी का इस्तेमाल करना पाकिस्तान का हक है. पाकिस्तान के एक दूसरे अधिकारी ने कहा कि भारत जिस हिस्से के पानी को रोक रहा है उससे पाकिस्तान को कोई मतलब नहीं है.
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