सर्दियों में 'लखपति आतंकियों' के जरिए घुसपैठ की फिराक में है पाकिस्तान: खुफिया रिपोर्ट
भारत ने पाकिस्तान से सटी सीमा पर ज्यादातर जगहों पर बाड लगा दी है. इसके साथ ही भारतीय सुरक्षा बल सीमा की गहन सुरक्षा कर रहे होते हैं. ऐसे में पाकिस्तान को अपनी तमाम कोशिशों के वावजूद भारत में आतंकी घुसाने में वो सफलता नहीं मिल पाती है जिसकी वो उम्मीद लगाए बैठा रहता है.
इस्लामाबाद: पाकिस्तान आने वाली सर्दियों में एक बार फिर घुसपैठ की साजिश रच रहा है जिसके तहत वो इस बार बर्फ पड़ने के बाद भी घुसपैठ जारी रखना चाहता है. भारतीय खुफिया एजेंसियों को जो जानकारी मिली है उसके तहत पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने आतंकवादियों के लिए हाई एल्टीटियूड ड्रेस खरीदी है. ऐसी एक ड्रेस की कीमत लाखों में होती है. इनमें आतंकियों की जरूरत के 20 सामान रखे जा सकते हैं. ऐसा सामान जो सीमा पर तार काटने से लेकर उन्हे बर्फ के बीच रहने और खाने का ठिकाना भी देंगे.
भारत ने पाकिस्तान से सटी सीमा पर ज्यादातर जगहों पर बाड लगा दी है. इसके साथ ही भारतीय सुरक्षा बल सीमा की गहन सुरक्षा कर रहे होते हैं. ऐसे में पाकिस्तान को अपनी तमाम कोशिशों के वावजूद भारत में आतंकी घुसाने में वो सफलता नहीं मिल पाती है जिसकी वो उम्मीद लगाए बैठा रहता है. ऊपर से आईएसआई के नए चीफ आसिम मुनीर ने अपने काडर को साफ कह दिया है कि सर्दी हो या गर्मी, भारत में घुसपैठ जारी रहनी चाहिए. खुफिया सूत्रों के मुताबिक लश्कर और जैश के आतंकियों को घाटी में दाखिल कराने के प्लान को भी फाइनल कर दिया गया है. अक्टूबर और नवंबर का समय ऐसा होता है जब कश्मीर घाटी में बर्फ पड़ने लगती है और तमाम पहाड़ों के दर्रे भरने लगते हैं. साथ ही मौसम भी माइनस 1 डिग्री की तरफ जाने लगता है. ऐसे में आम आतंकी घुसपैठ करने के नाम से ही डरता है. लेकिन पाक की सेना ने अब अपने लिए प्रयोग किए जाने वाली पोशाकों को इस्तेमाल करके विशेष आतंकी दस्ता भेजाने की साजिश रची है.पोशका में क्या-क्या होगा 1. इसका एक जैकेट 25 थर्मल जैकेट के बराबर होगा जिससे सियाचिन की सर्दी में भी गर्मी का एहसास होगा. 2. इसमें 9 MM की 10 रस्सियां और 11 MM की 10 रस्सी रस्सियां होंगी. ये रस्सियां बर्फ पर फिसलती नहीं हैं. 3. इसमें 15 हाई एल्टीट्यूट चश्में होंगे जो बर्फ पर सूरज की किरणों के प्रभाव से आंखो को पहुंचान वाले नुकसान से बचाएंगे. 4. इसमें 15 सीट हार्नेस होंगे. 5. इसमें 25 ऐसे गद्दे होंगे जो बर्फ पर ज्यादा ठंड का एहसास नहीं होने देंगे. 6. इसमें 15 प्लाइ होंगे जो बर्फ पर बिछान के काम आएंगे. 7. इसमें 20 डायरिंक होंगे. 8. इसमें 5 जेड-पुली होंगी. 9. इसमें 25 हाई एल्टीट्यूट शूज़ होंगे जिन्हें पहनकर आसानी से बर्फ पर चला जा सकता है. 10. इसमें 20 हाउन सू्ट होंगे जो डाउन पक्षी के पंखो से बने होते हैं. ये हल्की रजाई और कंबल जैसे होते हैं लेकिन बेहद गर्म होते हैं. 11. इसमें 25 लेदर के दास्ताने होंगे. 12. इसमें 20 हाई एल्टीट्यूट ग्लव्स भी होंगे जिससे हाथों में गैंगरीन होने का खतरा नहीं होगा. 13. इसमें गैंगरीन 20 रैप कैप होंगे जो सिर और कान को गर्म रखेंगे. 14. इसमें दो 25 मोजे होंगे. 15. इसमें दो 8 पर्का जैकेट होंगे. 16. इसमें 10 एंकलेट होंगे जो एडियों को गर्म रखेंगे. 17. इसमें 5 हिमस्खलन बीकन होंगे. 18. इसमें 15 हाई एल्टीट्यूट पीने के पानी की बोतलें होंगी. दरअसल आम बोतल सर्दियों में फट जाती है. ऐसे में पीने का पानी नहीं मिलता. इस बोतल के फटने का और इसमें पानी जमने का खतरा नहीं होगा. 19. इसमें 20 फोल्डेड लैडर (सीढ़ियां होंगी). 20. इसमें 10 वायर कटर यानी तार काटने वाला हथियार होगा जो सीमा पर घुसपैठ के लिए कटीली तार काटने के काम आएगा.
सूत्रों ने बताया है कि बर्फबारी के दौरान ऊपर पहाडों में रहने वाले बक्करवाल अपने ठिकानों को छोडकर नीचे आ जाते हैं और ये इलाके खाली पड़े रहते है. आंतक के इस दस्ते को जो सामान मुहैया कराया गया है उससे वो इन ठिकानों में रह सकेंगे और आतंक फैलाने के बाद फिर वापस अपने ठिकाने पर आ जाएंगे. क्योंकि बर्फबारी के दौरान सेना और सुरक्षाबल इन ठिकानों की तरफ नहीं जाते.