Pakistan Govt withdraws Holi Ban: भारत के बंटवारे से बने पाकिस्तान (Pakistan) में अल्पसंख्यकों पर जुल्म होते रहे हैं. एक दिन पहले ही वहां उच्च शिक्षा आयोग (Higher Education Commission) ने पाकिस्तानी विश्वविद्यालयों में हिंदु स्टूडेंट्स के होली पर प्रतिबंध (Ban On Holi) लगाने का फरमान जारी किया, जिसका सोशल मीडिया पर जमकर विरोध हुआ. कुछ पाकिस्तानी नेताओं ने भी इस फैसले पर ऐतराज जताया. कड़ी आलोचना के बाद अब पाकिस्तानी हुकूमत अपने 'तालिबानी फरमान' से पलट गई है.
विश्वविद्यालयों में होली के सेलिब्रेशन पर लगाए गए प्रतिबंध को पाकिस्तानी सरकार ने अब हटा लिया है. वहां के उच्च शिक्षा आयोग ने पाकिस्तानी विश्वविद्यालयों में होली पर प्रतिबंध लगाने की अधिसूचना वापस ले ली है. उच्च शिक्षा आयोग की कार्यकारी निदेशक शाइस्ता सोहेल ने आज एक अधिसूचना में कहा- "पाकिस्तानी उच्च शिक्षा आयोग सभी मजहबों की धार्मिक आस्था, पर्व और उनकी मान्यताओं का सम्मान करता है. हम यह स्पष्ठ कर रहे हैं कि किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाई जाएगी. और, उच्च शिक्षण संस्थानों में होली के सेलिब्रेशन को बैन नहीं किया जाएगा."
पाकिस्तानी नेताओं ने भी किया था विरोध
इससे पहले पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के नेता और नेशनल एसेंबली सदस्य खीयल दास कोहिस्तानी ने पाकिस्तानी शिक्षा मंत्री राणा तनवीर को पाकिस्तान के विश्वविद्यालयों में होली के सेलिब्रेशन पर लगाए गए प्रतिबंध को लेकर आगाह किया था. खीयल दास कोहिस्तानी ने बुधवार (21 जून) को ट्वीट कर कहा था, ''राणा तनवीर साहब, होली प्यार फैलाने वाले रंगों का त्योहार है. कायदे आजम ने पाकिस्तानभर में धार्मिक प्रथाओं के लिए सम्मान की घोषणा की थी तो हिंदू समुदाय को आहत करने के लिए यह पत्र क्यों प्रसारित किया जा रहा है? वजीर-ए-आजम के रूप में नवाज शरीफ साहब ने भी इस समुदाय के साथ होली मनाई थी.''
होली के सेलिब्रेशन पर प्रतिबंध की खबर पर, पाकिस्तानी हिंदू सांसद रमेश कुमार ने भी नाराजगी जताई थी. उन्होंने एबीपी लाइव से बातचीत में कहा था कि हमें ऐसा फरमान स्वीकार नहीं होगा. हम इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं.'