(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Pakistan Hina Rabbani Khar: 'पाकिस्तान के लिए अमेरिका-चीन में से किसी एक को चुनना मुश्किल', हीना रब्बानी खार ने आखिर ऐसा क्यों कहा, जानें
Hina Rabbani Khar: पाकिस्तान की विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार आए दिन अपने बयानों की वजह से चर्चा में बनी रहती हैं. उन्होंने कई बार पाक के पड़ोसी देशों के दूसरे देशों के साथ रिश्तों पर बोला है.
Hina Rabbani Khar On US-China: अमेरिका (America) और चीन (China) के बीच विवाद जगजाहिर है. अमेरिका साउथ चाइना सी पर चीनी दबदबे को कम करना चाहता है. इसी बीच अमेरिका और चीन के मुद्दे पर पाकिस्तान के विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार ने बात की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान दोनों देशों के बीच पक्ष लेने में दिलचस्पी नहीं रखता है
हिना रब्बानी खार ने कहा कि पाकिस्तान के चीन और अमेरिका के साथ हमेशा से अच्छे संबंध रहे हैं. हालांकि, द न्यूज के रिपोर्ट के मुताबिक हिना रब्बानी ने कहा कि पाकिस्तान को आशंका है कि अमेरिका और चीन के बीच संबंध पूरी तरह से खत्म हो सकते है. अगर ऐसा होता है तो पाकिस्तान के लिए किसी एक को चुनना आसान नहीं होगा.
'हमारे रिश्ते चीन के साथ मजबूत'
पाकिस्तान की विदेश मामलों की सचिव हिना रब्बानी खार ने अमेरिकी वेबसाइट पॉलटिको को एक इंटरव्यू देते हुए कहा, हमारा इतिहास रहा है कि अमेरिका के साथ हमारे रिश्ते अच्छे रहे हैं. हमारा अमेरिका का साथ छोड़ने का कोई इरादा नहीं है. हमारे रिश्ते चीन के साथ भी मजबूत रहे हैं. चीन बाकी देशों के लिए एक खतरा भी बन गया है. फ्रंट-लाइन वाले देश एशिया में पाकिस्तान को राजनीतिक प्रभाव की होड़ में करीब से देखते हैं.
पाकिस्तान चीन के करीब आ गया
उधर भारत के अमेरिका से अच्छे संबंध रहे हैं. पाकिस्तान की चीन से करीबी रही है. इसका सबसे बड़ा कारण था चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) का शुरू होना. हालांकि, अमेरिका अभी भी पाकिस्तान के लिए एक महत्वपूर्ण सैन्य साझेदार है, क्योंकि पिछले साल अमेरिकी विदेश विभाग ने पाकिस्तान को F-16 फाइटर जेट्स की रखरखाव के लिए $450 मिलियन डॉलर की मदद की थी. वहीं बीजिंग ने हाल ही में पाकिस्तान के साथ आर्थिक निवेश और सैन्य सहयोग को गहरा करने का वादा किया है.
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