Italy Zulfiqar khan: इटली ने 54 वर्षीय पाकिस्तानी इमाम जुल्फिकार खान को कट्टरपंथी, पश्चिम, यहूदी, समलैंगिकता-विरोधी बयानों के चलते देश से निष्कासित करने का आदेश जारी किया है. खान ने 1995 से इटली में रहना शुरू किया था, लेकिन 2023 से उसकी विचारधारा और गतिविधियां कट्टरपंथ की ओर बढ़ रही थीं. उन्होंने हमास की खुलकर तारीफ की और पश्चिमी देशों के खिलाफ नफरत भरे वीडियो पोस्ट किए. इटली ने उसे संभावित सुरक्षा खतरे के रूप में देखा, और उनका परमिट रद्द कर दिया गया.
इटली में जियोर्जिया मेलोनी नीत सरकार ने बीते 8 अक्टूबर 2024 को जुल्फिकार खान से संबंधित उस कागजात पर साइन कर दिया है, जिसके बाद उन्हें देश से निकालने में आसानी होगी. जुल्फिकार खान लगातार ऐसे बयान दे रहा था, जो इटली सरकार के नियमों के खिलाफ था. उसके भाषण में महिला विरोधी भावनाएं भी झलकती थी. हद तो तब हो गई, जब जुल्फिकार इटली के खिलाफ ही भला-बुरा कहने लगा.
मुसलमानों द्वारा सरकारी टैक्सों का विरोध
जुल्फिकार खान ने सार्वजनिक रूप से ऐसे बयान दिए, जो उन्हें शरण देने वाले देश के लिए हानिकारक माने गए. वो मुसलमानों द्वारा सरकारी टैक्स का भुगतान करने का विरोध करने की वकालत करना था. दावा करता था कि देश के सारे संसाधन मुस्लिम समुदाय के भीतर ही रहने चाहिए. इसके अलावा उसने समलैंगिकता को एक बीमारी करार दिया और कहा कि इसे ठीक करने की आवश्यकता है.
हमास के लिए समर्थन दिया बयान
इजरायल-हमास युद्ध के फैलने के बाद खान ने नवंबर 2023 से अप्रैल 2024 तक कई वीडियो पोस्ट किए. इन वीडियो में उन्होंने अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन और इटली जैसे देशों के लोगों को नापाक ज़ायोनी एजेंडा के समर्थक के रूप में लेबल किया. इसके अलावा उसने मई 2024 में एक मस्जिद में उपदेश देने के दौरान हमास की प्रशंसा की. उन्होंने तर्क दिया कि हमास अपनी जमीन की रक्षा कर रहा था और अमेरिकियों और इजरायलियों को आतंकवादी और हत्यारा करार दिया।.