मुश्किल में इमरान खान की सरकार! अविश्वास प्रस्ताव से पहले PTI के 24 सांसदों ने लिया बड़ा फैसला
पीटीआई के एमएनए मलिक नवाब शेर वसीर और रियाज ने कहा कि पीटीआई के करीब 24 सदस्य अभी सिंध हाउस में रह रहे हैं. रियाज ने आगे कहा कि कई और मंत्री यहां आने को तैयार हैं.
पाकिस्तान की इमरान खान सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. अविश्वास प्रस्ताव से पहले पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के 24 सांसद इस्लामाबाद के सिंध हाउस में शरण लिए हैं. Geo News के मुताबिक, पीटीआई के नेशनल असेंबली के असंतुष्ट सदस्य राजा रियाज ने बुधवार को दावा किया कि अगर पीएम इमरान खान सभी एमएनए को आश्वस्त करते हैं कि अविश्वास प्रस्ताव के दिन उनके खिलाफ वोट करने का फैसला करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी, तो वे पार्लियामेंट लॉज में वापस जाने के लिए तैयार हैं.
Geo News से बात करते हुए पीटीआई के एमएनए मलिक नवाब शेर वसीर और रियाज ने कहा कि पीटीआई के करीब 24 सदस्य अभी सिंध हाउस में रह रहे हैं. रियाज ने आगे कहा कि कई और मंत्री यहां आने को तैयार हैं. जहांगीर तरीन समूह के सदस्य रियाज ने पाकिस्तान के पत्रकार हामिद मीर से कहा कि असंतुष्ट सदस्य अपने विवेक के अनुसार पीएम इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए मतदान करेंगे.
Nearly two dozen PTI lawmakers are in Sindh House for safety reasons, Tareen group’s Raja Riaz tells @HamidMirPAK #GeoNews pic.twitter.com/zFRMy5IPgn
— Geo English (@geonews_english) March 17, 2022
डर के कारण सिंध हाउस में रह रहे सांसद
मलिक नवाब शेर वसीर ने यह भी कहा कि वह अगला आम चुनाव पीटीआई के टिकट पर नहीं लड़ेंगे. रियाज ने दावा किया कि सिंध हाउस में 24 सदस्य रह रहे हैं. वहीं हामिद मीर ने कहा कि उनकी गिनती के अनुसार, 20 पीटीआई एमएनए सिंध हाउस में मौजूद हैं. वरिष्ठ पत्रकार ने कहा कि कई असंतुष्ट नेता कैमरे से बच रहे हैं, हालांकि, उन्होंने कहा कि उन सभी ने पुष्टि की है कि वे डर के कारण सिंध हाउस में रह रहे हैं.
हामिद मीर ने कहा कि असंतुष्ट सदस्यों को डर है कि सरकार उनके खिलाफ 10 मार्च की तरह संसद परिसरों पर पुलिस द्वारा की गई छापेमारी की तरह कार्रवाई करेगी. बता दें कि इमरान खान सरकार के खिलाफ संसद में पेश अविश्वास प्रस्ताव पर 27 मार्च को मतदान प्रस्तावित है. अविश्वास प्रस्ताव के बाद से पाकिस्तान में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ी हुई हैं.
क्या कहते हैं आंकड़े
अविश्वास प्रस्ताव के सफल होने के लिए संसद के निचले सदन में कुल 342 सदस्यों में से 172 सदस्यों के बहुमत के समर्थन की आवश्यकता होती है. इमरान खान को अभी भी नेशनल असेंबली में बहुमत मिला हुआ है, जिसमें उनके पीटीआई के 155 सदस्य और गठबंधन सहयोगियों के 23 सदस्य शामिल हैं.
विपक्ष के 163 सदस्य हैं. विपक्ष उम्मीद कर रहा है कि सत्तारूढ़ गठबंधन के कुछ असंतुष्ट विधायक इमरान खान की सरकार को हटाने में उनका साथ देंगे. क्रिकेटर से राजनेता बने खान 2018 में सत्ता में आए और अगला आम चुनाव 2023 में होना है.
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