Haqeeqi Azadi March: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई प्रमुख इमरान खान (Imran Khan) ने हाल ही में पार्टी कार्यकर्ताओं को इस्लामाबाद पर 'हकीकी आजादी मार्च' (Haqeeqi Azadi March) के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया था. इसी को लेकर अब पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने दावा किया है कि इस्लामाबाद तक उनकी पार्टी के लंबे मार्च की सभी तैयारी अंतिम चरण में है. दूसरी तरफ पीएम शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली संघीय सरकार ने इस मार्च के खिलाफ सेना को बुलाने और सैनिकों को तैनात करने का फैसला किया है. 


डॉन अखबार के मुताबिक, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया. प्रदर्शनकारियों के प्रवेश को रोकने के लिए राजधानी शहर के रेड जोन में पाकिस्तानी सेना को तैनात किया जाएगा. सनाउल्लाह ने कहा कि कैबिनेट ने फैसला किया है कि वह किसी भी सूरत में पीटीआई को इस्लामाबाद में प्रवेश नहीं करने देगी. 


मार्च में 20,000 लोगों के शामिल होने की उम्मीद 


इससे पहले, पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान ने पार्टी कार्यकर्ताओं को इस्लामाबाद में 'हकीकी आजादी मार्च' के लिए तैयार होने का निर्देश दिया. साथ ही अपनी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को शपथ लेने के लिए कहा कि वे देश के लिए जेहाद मानते हुए लंबे मार्च में भाग लेंगे. मार्च में करीब 20,000 लोगों के भाग लेने की उम्मीद है. लंबे मार्च के दौरान संघीय राजधानी में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए शीर्ष सुरक्षा दल ने सिंध पुलिस, रेंजर्स और एफसी को शामिल करने का फैसला किया. 


मार्च का समर्थन करने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई 


पाकिस्तानी सेना, संविधान के अनुच्छेद 245 के तहत, सार्वजनिक भवनों और डिप्लोमैटिक एन्क्लेव को रेड जोन में सुरक्षित करेगी. हालांकि, बैठक में सदस्यों ने हथियार ले जाने पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया. एक रिपोर्ट के अनुसार यह भी फैसला लिया गया है कि पीटीआई के लंबे मार्च का समर्थन करने की योजना बनाने वाले संघीय कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. 


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