Pakistan Imran Khan: पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के मुखिया इमरान खान (Imran khan) को तोशखाना मामले में 3 साल की सजा सुनाई गई है. सजा सुनाने के तुरंत बाद ही उन्हें शनिवार (5 अगस्त) को पूर्वी शहर लाहौर में उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद उन्हें इस्लामाबाद के बाहर स्थित अटक जेल में भेज दिया गया. अब PTI के एक प्रवक्ता ने कहा कि इमरान खान के वकील को रविवार (6 अगस्त) को उनसे संपर्क करने से रोक दिया गया है.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के कानूनी मामलों के प्रवक्ता नईम हैदर पंजुथा ने वीडियो संदेश में कहा, हमने अटक जेल अधीक्षक और अतिरिक्त गृह सचिव से संपर्क करके इमरान खान से मिलने की पूरी कोशिश की है. हालांकि, हमें दोनों में से किसी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.
'वकीलों के पास मिलने का पूरा अधिकार'
इमरान खान के प्रवक्ता ने कहा कि उनके वकीलों के पास उनसे मिलने का पूरा अधिकार है. वे जेल में जाकर उनसे मिल सकते है और उनके भलाई के बारे में पूछताछ कर सकते हैं. उन्होंने कहा, हमें उनके साइन किए हुए पावर ऑफ अटॉर्नी और अन्य दस्तावेजों की आवश्यकता है क्योंकि हमें विभिन्न आवेदन दायर करने होंगे. हमें कोर्ट के अलग-अलग आदेशों के खिलाफ चुनौती देनी होगी. हमें तोशाखाना फैसले को भी चुनौती देनी होगी.
आपको बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने सरकारी उपहारों की अवैध बिक्री से जुड़े एक मामले में इमरान खान को सार्वजनिक पद से हटा दिया था. इसके बाद उनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई करने की सिफारिश करते हुए मामले को हाई कोर्ट में भेज दिया गया था.
राष्ट्रव्यापी शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का आह्वान
इस बार इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद देश में किसी भी तरह की अशांति का माहौल देखने को नहीं मिला. हालांकि, उनकी पार्टी के तरफ से शनिवार को राष्ट्रव्यापी शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया था.
इसी साल मई के महीने में इमरान खान को अल कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद देश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे. इसी दौरान देश के आंतरिक मंत्री के अनुसार मई से अब तक खान के हजारों सहयोगियों और समर्थकों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
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