Pakistan Imran Khan: इस्लामाबाद हाई कोर्ट (Islamabad High Court) से पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ी राहत मिली है. हाई कोर्ट ने शुक्रवार (11 अगस्त) को फैसला सुनाया कि इमरान खान (Imran khan) के वकील अटक जेल में उनसे मिल सकते हैं. खान भ्रष्टाचार के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद जेल की सजा काट रहे हैं.
यह फैसला तब आया, जब खान के वकील शेर अफजल खान मारवात मुख्य न्यायाधीश आमिर फारूक के सामने पेश हुए और उनसे अनुरोध किया कि कानूनी टीम को पंजाब प्रांत में शनिवार से जेल में बंद खान से मिलने की अनुमति देने के लिए निर्देश जारी करें.
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की खबर के मुताबिक मारवात ने कहा कि कोर्ट के आदेशों के बावजूद वकीलों को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष खान से मिलने की अनुमति नहीं दी गई. उन्होंने कहा कि खान के वकीलों के खिलाफ जेल में परेशानी पैदा करने के झूठे आरोप लगाए गए.
इमरान खान की याचिका पर सुनवाई
मुख्य न्यायाधीश आमिर फारूक ने कहा, ‘‘हमने ये पहले भी कहा है और हम फिर से कह रहे कि वकीलों को मुलाकात करने की अनुमति है.’’ उन्होंने आगाह किया, ‘‘मुलाकात की अनुमति न देना कोर्ट की अवमानना के रूप में देखा जाएगा.’’ आगे खबर में कहा गया है कि कोर्ट ने अटक जिला जेल से रावलपिंडी की हाई सिक्योरिटी वाली अडियाला जेल में ट्रांसफर करने के अनुरोध वाली इमरान खान की याचिका पर भी सुनवाई की.
मुख्य न्यायाधीश फारूक ने कहा, ‘‘हमारे सामने जेल में मुलाकात और सुविधाओं का मामला है. हम उचित आदेश जारी करेंगे.’’ वहीं पूर्व प्रधानमंत्री के शनिवार को जेल जाने के बाद गुरुवार (10 अगस्त) को खान की पत्नी बुशरा बीबी को पहली बार अपने पति से मिलने की अनुमति दी गई. वहीं, उनकी कानूनी टीम को खान से मिलने से रोक दिया गया.
पूर्व प्रधानमंत्री को कठिन परिस्थितियों में रखा गया
इमरान खान के वकील नईम हैदर पंजुथा ने कहा कि इस्लामाबाद हाई कोर्ट की ओर अनुमति दिए जाने के बाद बुशरा ने इमरान खान से मुलाकात की. पंजुथा को जेल अधिकारियों ने सोमवार को इमरान खान से मिलने की अनुमति दी थी, लेकिन गुरुवार को अनुमति देने से इनकार कर दिया गया.
इमरान खान से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को कठिन परिस्थितियों में रखा गया है और उन्हें सी-क्लास जेल जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं. पंजाब प्रांत की अटक जेल अपनी कठोर परिस्थितियों के लिए कुख्यात है और इसमें रखे गए कैदियों में दोषी करार दिए गए आतंकवादी भी शामिल हैं.
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