Pakistan Budget : पाकिस्तान ने इस बार अपने बजट में डिफेंस पर खर्च बढ़ाकर काफी सुर्खियां बटोरी हैं, लेकिन अल्पसंख्यकों के लिए कोई कल्याणकारी योजना के लिए फंड का आवंटन नहीं किया. साल 2024-25 के लिए जारी बजट में हिंदू, ईसाई जैसे अल्पसंख्यकों के लिए कोई भी कल्याणकारी योजना शुरू नहीं की, जबकि पिछले बजट में अल्पसंख्यकों के लिए 10 करोड़ पाकिस्तानी रुपये का आवंटन किया गया था. वियॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में हिंदू, ईसाई, सिख और अन्य अल्पसंख्यक परेशान हैं, ऐसे में भी बजट में कोई ऐलान नहीं किया गया. पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ उत्पीड़न की खबरें आती रहती हैं. इससे पहले भी हिंदुओं और ईसाइयों के जबरन धर्म परिवर्तन, लड़कियों के अपहरण, मंदिरों में तोड़फोड़ और हमले की खबरें आई थीं. इसके बाद भी अल्पसंख्यकों के लिए कोई पैसा नहीं दिया गया है.
रिपोर्ट में बताया गया कि इस साल पाकिस्तान में 2024-25 के लिए धार्मिक मामलों के मंत्रालय का बजट 1,861 मिलियन रुपये कर दिया गया है, जो पहले 1,780 मिलियन रुपये था. पाकिस्तान का धार्मिक मामलों का मंत्रालय हज यात्रा भी कराता है. मानवाधिकारों के लिए भी बजट का आवंटन कम कर दिया गया है. साल 2024-25 के लिए 10 करोड़ 40 लाख पाकिस्तानी रुपये का आवंटन किया गया है, जो पहले 81 करोड़ 40 लाख रुपये था. इसके बाद से मानवाधिकारों को लेकर आवंटित फंड पर भी सवाल उठने लगे हैं.
पाकिस्तान ने बढ़ाया रक्षा बजट
पाकिस्तान ने इस साल वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पेश बजट में रक्षा क्षेत्र के लिए अलॉटमेंट 15 प्रतिशत बढ़ाकर 2,122 अरब रुपये कर दिया है. यह पिछले वित्त वर्ष के रक्षा बजट की तुलना में काफी ज्यादा है. भाषा की खबर के मुताबिक, कर्ज संकट से जूझ रहे पाकिस्तान ने यह कदम ऐसे समय उठाया है, जब देश को कहीं से भी पैसा नहीं मिल पा रहा है. रक्षा बजट पाकिस्तान की कुल जीडीपी का 1.7 प्रतिशत है. इससे पता चलता है कि शहबाज शरीफ ने जनरल असीम मुनीर के लिए पूरा खजाना ही खोल दिया .