Pakistan Defense Budget: पाकिस्तान ने साल 2024-25 के लिए बुधवार को अपना रक्षा बजट पेश किया है. इस बार पाकिस्तान ने बजट को बढ़ाते हुए 2,122 अरब रुपये निर्धारित किया है. यह बजट पिछले साल के मुकाबले 278 रुपये अधिक है. पाकिस्तान के वित्त मंत्री औरंगजेब ने बुधवार को संसद में बजट पेश करने के दौरान इस बात की जानकारी दी. वित्त मंत्री ने कहा कि इस बार हथियार, गोला बारूद और उपकरणों की खरीद के लिए 548 अरब रुपये निर्धारित किया गया है. इसके बावजूद पाकिस्तान अभी भारत से रक्षा बजट के मामले में काफी पीछे है.


पाकिस्तान के साल 2024-25 के बजट में कर्मचारी संबंधी व्यय में 815 अरब रुपये, ऑपरेशन खर्च में 513 अरब रुपये, सिविल कार्यों के लिए 244 अरब, हथियार, गोला बारूद और उपकरणों की खरीद के लिए 548 अरब रुपये का शामिल हैं. पाकिस्तान का पिछला रक्षा बजट 1854 अरब रुपये का था. पाकिस्तान ने निधियों को आवंटन लगभग अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पूर्वानुमानों के अनुसार किया है. 


पाकिस्तान डिफाल्टर होने से बचा
पाकिस्तान की इस समय आर्थिक स्थिति काफी खराब हो चुकी है, लगातार आईएमएफ और अन्य देशों से कर्ज लेकर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था सांस ले रही है. कई विश्लेषकों ने पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति लेकर चिंता जाहिर की है. पाकिस्तान ने बीते महीने ही पिछले 9 महीनों का कर्ज पर लगे 3 बिलियन के व्याज का भुगतान किया है, जिसके बाद वह डिफाल्टर होने से बच गया है. आर्थिक जानकारों का कहना है कि इसी तरह पाकिस्तान की स्थिति रही तो दिवालिया होने का खतरा बढ़ जाएगा. 


IMF घरेलू और बाहरी असंतुलन दूर करने पर दे रहा जोर
इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आईएमएफ से दीर्घकालिक कर्ज लेने की आवश्यकता पर जोर दिया है. आईएमएफ ने कहा है कि घरेलू और बाहरी असंतुलन को दूर करने के लिए अल्पकालिक कार्यक्रम ने मध्यम आर्थिक विकास, बेहतर राजकोषीय स्थिति और विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि सहित सकारात्मक परिणाम दिए हैं. अब देखना यह है कि पाकिस्तान का भारत के प्रति क्या रवैया होता है. हाल ही में भारत में नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है.


भारत का है कितना रक्षा बजट?
अगर भारत के रक्षा बजट की बात करें तो साल 2023-24 में भारत का रक्षा बजट 5.94 लाख करोड़ रुपये था. भारत ने पिछले साल की तुलना में 13 प्रतिशत का इजाफा किया था, इसमें से 1.62 लाख करोड़ रुपये सिर्फ सेना के आधुनिकीकरण के लिए आवांटित किया गया था. रक्षा पेंशन के लिए 1.38 लाख करोड़ रुपये आवंटित हुए थे. वहीं अगर साल 2019-20 के रक्षा बजट से तुलना की जाए तो भारत का रक्षा बजट 57 प्रतिशत बढ़ चुका है. इसके अलावा जुलाई में पेश होने वाले रक्षा बजट में और बढ़ाेतरी की उम्मीद है.


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