Pakistan Interim PM Anwaarul Haq Kakar: पाकिस्तान (Pakistan) के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर (Anwaarul Haq Kakar) ने मंगलवार (26 सितंबर) को भारत के खिलाफ जहरीला बयान दिया. उन्होंने लंदन में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हिंदुत्व (Hindutva) की तुलना बीमारी से की. उन्होंने कहा कि इसका प्रसार क्षेत्रीय सीमाओं से परे फैल रहा है, जो संभावित रूप से उत्तरी अमेरिका, कनाडा और यूरोप जैसे पश्चिमी देशों को प्रभावित कर रहा है. 


प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने हिंदुत्व को लेकर कहा कि दुनिया को सचेत हो जाना चाहिए. वे जाग जाएं. हिंदुत्व मानसिकता चाहती है कि अल्पसंख्यक पूरी तरह से योग्य न बने, बल्कि एक साधारण नागरिक की तरह बने रहें.


पाकिस्तानी न्यूज आर्य ने स्टेट न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के हवाले से बताया कि प्रधानमंत्री काकर ने कहा कि सत्तावादी मानसिकता का अभ्यास अल्पसंख्यक समुदायों के सैकड़ों लोगों की हत्या, गोरक्षकों को सक्रिय करने और मुसलमानों, ईसाइयों, जैनियों और अन्य सहित अल्पसंख्यकों को टारगेट करने के वाले कानूनों की घोषणा के रूप में किया गया था.


भारत पर लगाया आतंकवाद फैलाने का आरोप
पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान हमेशा से भारतीय आतंकवाद का सामना कर रहा है. खासकर बलूचिस्तान प्रांत में, जहां भारत प्रायोजित आतंकवादी हमलों में सैकड़ों लोग मारे गए थे. उन्होंने कहा कि पश्चिमी देश भारत प्रायोजित आतंकवाद की वजह से पाकिस्तानी नागरिकों की हत्याओं से प्रभावित नहीं हुआ होगा.


उनके (पश्चिमी देश) पास पाकिस्तान की आवाज में शामिल होने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं होगा. लंदन में अपनी व्यस्तता के बारे में मीडिया को अवगत कराते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मीडिया के साथ बातचीत करने के अलावा ब्रिटिश विदेश सचिव, व्यापारिक समुदाय और ऑक्सफोर्ड यूनियन में छात्रों से मुलाकात की.


किंग चार्ल्स की सेवाओं की सराहना
प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने लंदन में ऑक्सफोर्ड सेंटर ऑफ इस्लामिक स्टडीज दौरा किया. उन्होंने इस्लामोफोबिया को कम करने और सभ्यताओं के बीच की खाई को कम करने में किंग चार्ल्स की सेवाओं की सराहना की. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के नेता नवाज शरीफ की वापसी के बारे में एक सवाल पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मामले में कई कानूनी पहलू शामिल हैं क्योंकि वह कानूनी अनुमति के आधार पर लंदन में थे.


उन्होंने मीडिया से कहा कि कार्यवाहक सरकार कानून मंत्रालय से कानूनी राय लेगी, लेकिन आश्वासन दिया कि उनकी सरकार किसी भी राजनीतिक नेता को निशाना बनाने का मौका नहीं देगी.


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