Pakistan PTI Leader Audio Leak: पाकिस्तान की सियासत में हलचल मची हुई है. आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह (Rana Sanaullah) ने शनिवार (29 अक्टूबर) को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पर बड़ा आरोप लगाया है. राणा सनाउल्लाह ने पीटीआई के नेता अली अमीन गंडापुर और एक अज्ञात व्यक्ति के बीच की कथित ऑडियो कॉल रिकॉर्डिंग जारी की. जिसमें दोनों को मार्च के लिए हथियार और जनशक्ति लाने के बारे में बात करते हुए सुना जा सकता है.
राणा सनाउल्लाह के अनुसार अली अमीन गंडापुर और एक जाने-माने भू-माफिया गिरोह के मुखिया के बीच ये बातचीत हुई है. फोन पर हुई बातचीत में दोनों इस्लामाबाद के एंट्री प्वाइंट पर हथियार, शस्त्र लाइसेंस और मैनपावर की व्यवस्था की बात कर रहे हैं. आंतरिक मंत्री ने इस्लामाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और ये कथित ऑडियो जारी की है. गौरतलब है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने जल्द चुनाव की मांग को लेकर शुक्रवार (28 अक्टूबर) को अपना लॉन्ग मार्च शुरू किया.
राणा सनाउल्लाह ने किया बड़ा दावा
कथित ऑडियो में पीटीआई नेता पार्टी के मार्च के लिए हथियार लाने की बात कह रहे हैं. पीटीआई नेता और अन्य व्यक्ति पश्तो भाषा में बात कर रहे थे, जिसका आंतरिक मंत्री ने मीडियाकर्मियों के लिए अनुवाद किया. राणा सनाउल्लाह ने आरोप लगाया कि कि इमरान खान रक्तपात करने की योजना बना रहे हैं, उनका उद्देश्य विरोध प्रदर्शन करना नहीं बल्कि हिंसा भड़काना है. उन्होंने कहा कि वह देश को त्रासदी की ओर ले जाना चाहते हैं.
"इमरान खान चाहते हैं टकराव"
आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा है कि इमरान खान के नेता अपने किराए के गुंडों के जरिए अशांति फैलाने की योजना बना रहे हैं और दोष सरकार पर डाल रहे हैं. उन्होंने कहा कि इमरान खान का मार्च अराजकता और रक्तपात पैदा करने पर केंद्रित है. राणा ने कहा कि पूर्व संघीय मंत्री के कथित ऑडियो लीक को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इमरान खान लोगों और सुरक्षा बलों के बीच टकराव चाहते हैं.
"लाहौर के लोगों ने पीटीआई को खारिज किया"
राणा सनाउल्लाह ने बताया कि उन्होंने ऑडियो लीक में पीटीआई नेता से बात करने वाले शख्स की पहचान कर ली है. साथ ही उन्होंने सवाल पूछा कि पीटीआई चीफ रावलपिंडी-इस्लामाबाद बॉर्डर पर लोगों को क्यों इकट्ठा कर रहे हैं? राणा (Rana Sanaullah) ने कहा कि शांतिपूर्ण विरोध के बारे में इमरान खान के सभी दावे झूठे हैं. पीटीआई के लॉन्ग मार्च में कल भी हथियारबंद लोग थे. उन्होंने कहा कि लाहौर के लोगों ने पीटीआई (PTI) को खारिज कर दिया क्योंकि उनके मार्च में ज्यादा लोग शामिल नहीं हुए थे. लाहौर की आबादी दो करोड़ है जबकि पीटीआई मार्च में केवल 10,000 लोग शामिल हुए.
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