Pakistan News: पाकिस्तान इन दिनों गंभीर आर्थिक तंगी से जूझ रहा है. रेलवे के पास पर्याप्त ईंधन नहीं है. सरकार के पास फंड नहीं है. हालत इतने बदतर हो गए हैं कि सिलेंडर में भरा जाने वाला रसोई गैस लोग प्लास्टिक के थैलों में भरकर इस्तेमाल कर रहे हैं. जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं हैं.
बता दें कि पाकिस्तान के सबसे ज्यादा गैस उत्पादक प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में परेशान लोग थैलियों में गैस भराकर खाना पका रहे हैं. इस प्रांत में गैस सिलेंडर आम लोगों की पहुंच से दूर है. हालांकि प्लास्टिक बैग में भरा गैस चलता-फिरता बम से कम नहीं है. यही वजह से पाकिस्तान से आ रहीं इन तस्वीरों पर दुनिया भर से प्रतिक्रियाएं आ रहीं हैं.
बढ़ती महंगाई के कारण लोगों के लिए गैस सिलिंडर खरीदना मुश्किल हो गया है. यही वजह से कि पाकिस्तानी लोग जुगाड़ भरोसे काम चला रहे हैं. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में गैस सिलिंडर मिल पाना मुश्किल हो गया है इसलिए स्थानीय लोग प्लाटिक बैग में गैस भरवा रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इन दिनों पाकिस्तान में कमर्शियल गैस सिलेंडर 10 हजार पाकिस्तानी रुपये में बिक रहा हैं. ऐसे में यह खरीद पाना हर किसी के बस की बात नहीं रह गई है. वहीं, प्लास्टिक थैली में एलपीजी गैस 500 से 900 रुपये तक में उपलब्ध है. यह सुविधानुसार अलग-अलग साइज की थैलियों में भी उपलब्ध है. इसे भरने के लिए इस्तेमाल होने वाला कंप्रेसर भी महज 1500 से 2000 रुपये में मिल रहा है. लेकिन इन सब के बावजूद हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि प्लास्टिक के थैले में भरा गैस बेहद खतरनाक है.
गैस भरी प्लास्टिक की थैलियों की डिमांड इस बार इसलिए भी बढ़ गयी है क्योंकि पिछले साल की तुलना में इस साल लकड़ी और कोयले के दाम दोगुने हो गए हैं. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, सिंध, पंजाब और खैबर-पख्तूनख्वा के कई शहरों में गैस बिल्कुल नहीं मिल रही है. पाकिस्तान के बड़े शहरों जैसे कि कराची, लाहौर, हैदराबाद, मुल्तान, पेशावर और रावलपिंडी में हर दिन कई घंटों के लिए गैस सप्लाई बाधित हो रही है.
बता दें कि साल 2022 के अप्रैल महीने में वर्ल्ड बैंक की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की लगभग 34 प्रतिशत आबादी केवल 3.2 डॉलर यानि 588 पाकिस्तानी रुपये प्रतिदिन की आय पर अपना जीवन जीने को मजबूर है. वहीं निम्न आय वर्ग की आबादी अपनी कुल आय का लगभग 50 प्रतिशत तो खाने पर ही खर्च कर देती हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पड़ोसी देश पाकिस्तान की इन दिनों हालत क्या है.