PM Modi: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को अमेरिका पहुंच गए. पीएम मोदी के इस दौरे पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं. खासकर पाकिस्तान भारत और अमेरिका की बढ़ती नजदीकियों से घबराया हुआ है. पाकिस्तानी लोगों को डर सता रहा है कि अगर भारत और अमेरिका के संबंध और बेहतर होते हैं तो पाकिस्तान पर इसका बेहद बुरा असर पड़ेगा. 


गौरतलब है कि पीएम मोदी के अमेरिका पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत हुआ. यह बात पाकिस्तान के गले से नीचे नहीं उतर रही. एक तरफ जहां पाकिस्तान आर्थिक कंगाली की मार झेल रहा है, लोग अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए तरस रहे हैं वहीं भारत की साख दुनिया भर में बढ़ती जा रही है. अब पाकिस्तानी लोग खुद मानने लगे हैं कि पाकिस्तान भारत का मुकाबला नहीं कर सकता. भारत पाकिस्तान को हर मामले में बहुत पीछे छोड़ चुका है.  


भारत से पाकिस्तान को सीखने की जरूरत


पाकिस्तानी लोगों का कहना है कि हम मौजूदा समय में भारत का मुकाबला नहीं कर सकते. वीडियो में लोगों को कहते सुना जा सकता है कि एक तरफ जहां पाकिस्तान यूज हो रहा है, वहीं भारत अपनी छाप दुनिया भर पर छोड़ रहा है. रियल एंटरटेनमेंट टीवी नामक यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए पाकिस्तानी लोगों ने कहा कि भारत तेजी के साथ तरक्की कर रहा है. दुनिया भर के निवेशक भारत में निवेश कर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ पाकिस्तान से निवेशक भाग रहे हैं. भारत की विदेश नीति से पाकिस्तान से बेहतर हैं. पाकिस्तान को भारत से सबक लेनी चाहिए.  वर्तमान समय में भारत के रिश्ते अमेरिका और रूस दोनों के साथ बेहतर है. दुनिया भर के दिग्गज देश भारत के साथ संबंध स्थापित करना चाहते हैं जबकि पाकिस्तान से दूरी बना रहे हैं.



भारत का मुकाबला नहीं कर सकता पाकिस्तान 


वीडियो में एक पाकिस्तानी शख्स कहते हुए देखा जा सकता है कि हम भारत का मुकाबला किसी भी क्षेत्र में नहीं कर सकते. पकिस्तान को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर काम करने की शख्स जरुरत हैं. देश की अर्थव्यवस्था चरमरा चुकी है. इसे फिर से पटरी पर लाने में समय लगेगा. गौरतलब है कि पीएम मोदी अमेरिका दौरे पर हैं. बुधवार को पीएम व्हाइट हाउस पहुंचे. यहां उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात की. इस दौरान अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन भी मौजूद रहीं.


ये भी पढ़ें: Modi Biden Meeting: 'PM मोदी को मानवाधिकार पर लेक्चर नहीं देंगे अमेरिकी राष्‍ट्रपति..', बाइडेन को चिट्ठी लिखने वाले 75 सांसदों को पेंटागन की खरी-खरी