(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Mustafa Kamal Barki Killed: पाकिस्तान के SPY मुस्तफ़ा कमाल बरकी की आतंकी मुठभेड़ में मौत, देश की खुफिया एजेंसी ISPR ने दी जानकारी
Mustafa Kamal Barki Died: पश्चिमोत्तर क्षेत्र में पिछले साल के अंत से इस्लामी आतंकवादी हमलों में बढ़ोतरी देखी गई है, जिसमें पेशावर शहर में एक मस्जिद पर घातक बमबारी भी शामिल है, जिसमें 100 से अधिक लोग मारे गए थे.
Pakistan SPY Killed: पाकिस्तान (Pakistan) में आतंकवादी देश की सेना के सामने सबसे बड़ी चुनौती बन कर उभर रहे हैं. पाकिस्तान आर्थिक मोर्चो पर भी बहुत कमजोर है, उसके ऊपर लगातार हो रहे आतंकवादी हमलों ने देश के माहौल को बिगाड़ कर रख दिया है.
इसी बीच देश की सेना ने जानकारी दी कि मंगलवार (21 मार्च) को पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी की मौत हो गई और उनकी टीम के सात सदस्य घायल हो गए.
दक्षिण वज़ीरिस्तान में एक मुठभेड़ में मारे गए
पश्चिमोत्तर क्षेत्र में पिछले साल के अंत से इस्लामी आतंकवादी हमलों में बढ़ोतरी देखी गई है, जिसमें पेशावर शहर में एक मस्जिद पर घातक बमबारी भी शामिल है. इस बमबारी में 100 से अधिक लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पुलिसकर्मी थे. अब खबर है कि देश की मुख्य गुप्तचर एजेंसी इंटर सर्विसेज़ इंटेलिजेंस (ISI) के ब्रिगेडियर मुस्तफ़ा कमाल बरकी दक्षिण वज़ीरिस्तान में एक मुठभेड़ में मारे गए हैं. जहां वो मारे गए वो क्षेत्र अफगानिस्तान की सीमा से लगा हुआ है और लंबे समय से इस्लामी उग्रवादियों का गढ़ रहा है.
ISPR ने कहा कि देश के हर कोने से आतंकवाद के खतरे को खत्म करने के लिए दृढ़ संकल्प लिया गया है. वहीं विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने इस घटना पर खेद व्यक्त किया और कहा कि ब्रिगेडियर बरकी ने मातृभूमि की शांति के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया. उनका बलिदान बेकार नहीं जाएगा.
किसी समूह ने जिम्मेदारी का दावा नहीं किया
सेना की मीडिया शाखा, इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस पाकिस्तान ने एक बयान में कहा कि आतंकवादियों के साथ भारी गोलीबारी हुई और बरकी की टीम के दो सदस्यों की हालत गंभीर थी. हालांकि अब तक किसी समूह ने जिम्मेदारी का दावा नहीं किया है.
इस क्षेत्र में अधिकांश हमलों का दावा इस्लामी उग्रवादी समूह तहरीक-ए-तालिबान ने किया है, जो पड़ोसी अफगानिस्तान पर शासन करने वाले तालिबान से अलग वफादारी की मांग करता है. इसका घोषित उद्देश्य देश में शरिया कानून के अपने ब्रांड को लागू करना है.