Islamabad Suicide Blast Case: पाकिस्तान के पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) ऑपरेशन सोहेल जफर चट्ठा (Sohail Zafar Chattha) ने इस्लामाबाद के आत्मघाती विस्फोट (Suicide Blast) की जांच के लिए संयुक्त जांच दल (JIT) बनाने की मांग की है. एआरवाई न्यूज ने इस बात की जानकारी दी. उन्होंने इस्लामाबाद के चीफ कमीश्नर को लिखी एक चिट्ठी में आठ सदस्यीय जेआईटी बनाने की सिफारिश की. जेआईटी में 3 डीएसपी और खुफिया एजेंसियों के दो अधिकारी होंगे और इसकी अध्यक्षता काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (सीटीडी) के एसएसपी करेंगे.
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में शुक्रवार (24 दिसंबर) को एक आत्मघाती हमला हुआ था. शुरुआत में इस हमले में एक पुलिसकर्मी की मौत की खबर सामने आई थी. इस्लामाबाद पुलिस ने बाद में एक बयान में कहा कि इस्लामाबाद के आई-10 सेक्टर में हुई इस घटना में चार पुलिसकर्मियों और दो नागरिकों सहित कम से कम छह लोग घायल हो गए.
कार में सवार शख्स ने खुद को उड़ाया
पुलिस ने एक ट्वीट में कहा कि वे वाहनों की जांच कर रहे थे और तभी उन्होंने एक संदिग्ध वाहन को रुकने का इशारा किया. इस्लामाबाद पुलिस ने कहा, "अधिकारियों के पास कार के रुकते ही वाहन में सवार एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया." पुलिस ने एक बयान में कहा आतमघाती हमले की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे.
एआरवाई न्यूज ने बताया कि हमले के बाद कांस्टेबल आदिल ने दम तोड़ दिया. पुलिस ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, "जब पुलिस ने नियमित जांच के लिए वाहन को रोका, जिसमें एक पुरुष और एक महिला सवार थे. जब पुलिस ने गाड़ी को रोका, तो कपल कार से बाहर आए. पुलिस चेकिंग के दौरान शख्स किसी बहाने से गाड़ी के अंदर गया और खुद को उड़ा लिया." पुलिस ने कहा कि विस्फोट में ईगल स्क्वाड का एक सिपाही शहीद हो गया, जबकि चार अन्य घायल हो गए.
बड़ी आतंकी वारदात की थी प्लानिंग
पुलिस उप महानिरीक्षक सोहेल जफर चट्ठा के अनुसार, आतंकी बड़े हमले की फिराक में था. आत्मघाती हमले में खुद को उड़ाने वाले शख्स के साथ मौजूद महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है. महिला के होश में आने पर उससे पूछताछ की जाएगी.
पाकिस्तान में आतंकी हमले लगातार जारी हैं. आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) सीजफायर के बावजूद आतंकी हमलों को अंजाम दे रहा है. टीटीपी ने दावा किया कि उसका संगठन लगातार बढ़ा होता जा रहा है. कई आतंकी संगठनों ने उसके साथ हाथ मिला लिया है.
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