Pakistan Terrorist Shahid Latif: भारत के पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड शाहिद लतीफ को बुधवार (11 अक्टूबर) को मार गिराया गया. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, लतीफ उर्फ बिलाल के साथ उसके दो सहयोगियों को भी तीन अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया. शाहिद लतीफ पाकिस्तान के गुजरांवाला शहर का रहने वाला था. वो भारत का मोस्ट वांटेड आतंकियों में से एक था. उसने साल 2016 में पठानकोट एयरफोर्स में 4 आतंकवादियों में घुसाने में मदद पहुंचाई थी.
शाहिद लतीफ पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के लॉन्चिंग कमांडर के रूप में जाना जाता था. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में बैठे लतीफ ने चार जैश आतंकवादियों के साथ कॉर्डिनेट किया और उन्हें एयरबेस पर हमला करने के लिए पठानकोट भेजा. शाहिद लतीफ को साल 1994 में आतंकवाद के आरोप में भारत में गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद उसे साल 2010 में पाकिस्तान भेज दिया गया था. वो साल 1999 में इंडियन एयरलाइंस के फ्लाइट के हाईजैक में भी आरोपी रह चुका था.
पठानकोट एयरफोर्स एयरबेस हमला
पठानकोट में 2 जनवरी 2016 को एयरफोर्स एयरबेस पर भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने हमला कर दिया था. लगभग चार दिनों तक चली गोलीबारी में सात सुरक्षाकर्मियों और एक नागरिक की मौत हो गई थी. इस मुठभेड़ में चार हमलावर भी मारे गये थे.
इसके 1 दिन के बाद यानी 3 जनवरी को आईईडी विस्फोट के बाद एयरबेस पर एक और सुरक्षा अधिकारी की मौत हो गई. हमले की जांच से पता चला कि हमलावर आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह से थे. इसके बाद मार्च में पठानकोट आतंकी हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अपने हाथ में ले ली थी.
जैश-ए-मोहम्मद इस्लामी चरमपंथी समूह
जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान स्थित एक इस्लामी चरमपंथी समूह है. इसका गठन मसूद अज़हर ने 2000 की शुरुआत में भारत की जेल से रिहा होने के बाद किया था. इसका समूह का उद्देश्य था कश्मीर को पाकिस्तान के साथ एकजुट करना. ये राजनीतिक रूप से कट्टरपंथी राजनीतिक दल, जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजलुर रहमान गुट (JUI-F) के साथ जुड़ा हुआ है.
पाकिस्तान में इस साल आतंकवादियों की हत्या
पाकिस्तान में इस साल कई ऐसे आतंकवादियों की हत्या हुई है, जो भारत में मोस्ट वांटेड थे. उनमें से रियाज अहमद उर्फ अबू कासिम को पिछले महीने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में एक मस्जिद के अंदर अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मार दी गई थी.
उससे पहले मार्च में प्रतिबंधित हिजबुल मुजाहिदीन के एक शीर्ष कमांडर की पाकिस्तान के रावलपिंडी में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. वहीं फरवरी में अज्ञात बंदूकधारियों ने बंदरगाह शहर कराची में अल-बद्र मुजाहिदीन के पूर्व कमांडर सैयद खालिद रज़ा की गोली मारकर हत्या कर दी थी.