Pakistan Hindu Attack: 1947 में भारत के बंटवारे से अस्तित्व में आए इस्लामिक मुल्क पाकिस्तान में हिंदुओं पर जुल्म होता रहा है. वहां प्रताड़ना झेल रहे हिंदुओं की आबादी लगातार घटी है, और जबरन 'धर्म परिवर्तन' की घटनाएं बढ़ी हैं. पाकिस्तानी हुकूमत और कट्टरपंथियों ने बार-बार कुछ ऐसा किया है, जिससे हिंदु समुदाय संकट में रहा है. इस बार होली पर वहां हिंदुओं पर कई स्थानों पर हमले हुए.
लाहौर स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी में जब कुछ मुस्लिम छात्रों ने हिंदू छात्रों के साथ होली मनाई तो पाकिस्तान के कट्टरपंथी चिढ़ गए. उसके बाद कट्टरपंथियों ने हिंदू छात्रों को घेरकर पीटना शुरू कर दिया. पाकिस्तानभर में ऐसी कई घटनाएं हुईं, जिनमें हिंदुओं पर बुरी तरह हमला किया गया. 6 और 7 मार्च को होली मनाने के लिए यूनिवर्सिटी में इकठ्ठा हुए हिंदू छात्रों पर हमला हुआ तो वहां 30 छात्र घायल हुए. उसी तरह बलूचिस्तान में भी हिंदुओं को निशाना बनाया गया. एक अन्य घटना में सिंध प्रांत के हिंदू डॉक्टर की चाकू से गला काटकर बेरहमी से हत्या कर दी गई.
इस्लामी जमीयत-ए-तलबा (IJT) ने कराए हमले
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के पीछे पाकिस्तान का कट्टरपंथी छात्र संगठन इस्लामी जमीयत-ए-तलबा (IJT) है. ये संगठन कट्टरपंथी वहाबी विचारधारा वाली पार्टी जमात-ए-इस्लामी का स्टूडेंट विंग है. इसका नाम मरदान प्रांत की अब्दुल वली खान यूनिवर्सिटी में 13 अप्रैल 2017 को हुई मशाल खान की लिंचिंग में भी सामने आया था. जिया उल हक की तानाशाही के दौरान भी इस्लामी जमीयत-ए-तलबा (IJT) चर्चा में रहा था, तब इससे जुड़े छात्र जिया का विरोध करने वालों को सरेआम प्रताडि़त करते थे.
'इस्लामिक वर्ल्ड' के नारे गढ़ते हैं कट्टरपंथी छात्र
विगत फरवरी महीने में IJT से जुड़े कट्टरपंथियों ने पाकिस्तान के अंदर 'वैलेंटाइंस डे' की जगह ‘हया डे’ मनाने का अभियान भी चलाया था, लेकिन पाकिस्तान ऐसे संगठन बहुत हैं, जो इस्लामिक शरिया कानून और 'इस्लामिक वर्ल्ड' के नारे गढ़ते हैं, और भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करते रहते हैं. एक अमेरिकन रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में सैकड़ों आतंकी वहां के मुस्लिम युवाओं को चरमपंथ का पाठ पढ़ाते हैं. इसलिए बहुत-से आतंकियों पर यूएन में घोषित तौर पर प्रतिबंध लगाया गया है.
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