Pakistani Journalist Murder Case: पाकिस्तानी पत्रकार अरशद शरीफ (Arshad Sharif Murder) की केन्या में हुई हत्या को लेकर जांच जारी है. पाकिस्तान में गठित स्पेशल ज्वाइंट इन्वेस्टिगेशन टीम (JIT) ने मामले की जांच के सिलसिले में मारे गए पत्रकार की मां और उनकी पत्नी का बयान दर्ज करने का फैसला लिया है. शुक्रवार (9 दिसंबर) को स्पेशल टीम ने डीआईजी मुख्यालय में अपनी पहली बैठक की. 


केन्या की राजधानी नैरोबी में पाकिस्तान के एक वरिष्ठ पत्रकार की हत्या की जांच के लिए पाकिस्तान सरकार (Pakistan Govt) की तरफ से एक टीम का गठन किया गया है.


मां और पत्नी का बयान दर्ज करेगी जांच टीम


एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान सरकार की ओर से गठित विशेष जेआईटी पत्रकार अरशद शरीफ की मां और पत्नी की गवाही दर्ज करने के अलावा कई और लोगों से भी पूछताछ करेगी. इस मामले में सभी विवादित लोगों से उनके बयान दर्ज करने के लिए संपर्क किया जाएगा. टीम के सदस्यों केन्या जाने को लेकर अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है.


कब हुई थी पाकिस्तानी पत्रकार की हत्या?


गौरतलब है कि पाकिस्तानी पत्रकार अरशद शरीफ की 23 अक्टूबर को केन्या की राजधानी नैरोबी में हत्या कर दी गई थी. ज्वाइंट इन्वेस्टिगेशन टीम (JIT) के प्रवक्ता ने घोषणा की है कि उन्होंने केन्या जाने के लिए यात्रा दस्तावेजों को पूरा करने की तैयारी शुरू कर दी है. 8 दिसंबर को पाकिस्तान की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को एक नए विशेष संयुक्त जांच दल के सदस्यों के नाम दिए. एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक एडिशनल अटॉर्नी जनरल, आमिर रहमान ने अरशद शरीफ की हत्या को लेकर सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय बड़ी पीठ के सामने पांच सदस्यीय जेआईटी की अधिसूचना प्रस्तुत की


जांच टीम में कौन-कौन शामिल?


इससे पहले बुधवार यानी 7 दिसंबर को पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने संयुक्त जांच दल (JIT) के सदस्यों के बारे में विवरण मांगा था. जेआईटी के सदस्यों में खुफिया शाखा के डीआईजी साजिद कियानी, एफआईए के वकारुद्दीन सैयद, डीआईजी मुख्यालय ओवैस अहमद, सैन्य खुफिया विभाग से मुर्तजा अफजल और आईएसआई से मुहम्मद असलम शामिल हैं. समाचार रिपोर्ट के अनुसार, न्यायमूर्ति मुहम्मद अली मजहर के प्रश्न के उत्तर में, एएजीपी ने कहा कि जेआईटी जल्द से जल्द जांच पूरी करने का प्रयास करेगी. 


केन्या की पुलिस ने क्या कहा था?


केन्याई अधिकारियों की ओर से कहा गया था पत्रकार अरशद शरीफ (Arshad Sharif) की हत्या गलत पहचान का मामला था. पुलिस ने कार चोरों के वाहन पर गोलियां चलाई थीं. वहीं, पाकिस्तान सरकार की तरफ से गठित टीम का कहना है कि केन्याई अधिकारियों की तरफ से जो जानकारी दी गई है उसमें कई विरोधाभास हैं. टीम का कहना है कि ये पूर्व नियोजित हत्या का मामला हो सकता है.


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