Pakistan Journalist: पाकिस्तान में पत्रकार दो दिनों से गुमशुदा, पुलिस ने कहा- झूठ बोल रहा है परिवार
Pakistan Journalist: अबीर मीर के भाई खालिद ने गुरुवार को ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि पत्रकार अबीर मीर शाम 6.30 बजे तक अपने परिवार और दोस्तों के संपर्क में थे.
Pakistan Journalist Abir Mir: पाकिस्तान (Pakistan) के पत्रकार बुधवार (8 मार्च) से लापता है. पाकिस्तानी पत्रकार के परिवार ने ऐसा दावा किया है. अबीर मीर (Abir Mir) पत्रकार होने के साथ ही बलूचिस्तान (Balochistan) में एक मानवाधिकार कार्यकर्ता के रूप में भी काम करते हैं. पाकिस्तान के अखबार डॉन के अनुसार अबीर मीर को आखिरी बार 8 मार्च को राजधानी इस्लामाबाद में एक एटीएम में देखा गया था.
हालांकि पत्रकार के गुमशुदा होने के खबर के बाद इस्लामाबाद पुलिस ने ट्विटर पर दावा किया कि मीर घर लौट आए हैं. वहीं उनके परिवार ने पुलिस के इस दावे का खंडन किया है. जैसे ही अबीर मीर के लापता होने की खबर सोशल मीडिया पर फैली, वैसे ही सोशल मीडिया यूजर्स ने चिंता व्यक्त की और मांग की कि उन्हें जल्दी वापस लाना चाहिए.
ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया
अबीर मीर के भाई खालिद ने गुरुवार को ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि पत्रकार अबीर मीर शाम 6.30 बजे तक अपने परिवार और दोस्तों के संपर्क में थे और फिर गायब हो गए. खालिद ने आगे कहा कि परिवार गुमशुदगी से जुड़े मामले को लेकर FIR दर्ज कराने के लिए पुलिस के पास भी गया. उन्होंने कहा कि पत्रकार किसी भी विवादास्पद मुद्दे में शामिल नहीं था और उन्हें किसी से कोई खतरा भी नहीं था.
डॉन से बात करते हुए खालिद ने कहा कि उन्होंने कल की खबरों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया, क्योंकि आबिद अक्सर अपने दोस्तों के साथ पढ़ने के लिए देर रात घर से निकलते थे. लेकिन उन्हें गुरुवार सुबह आबिद के परिवार से फोन आया और बताया गया कि वह लापता हैं.
My elder brother @AbidMir81
— Khalid (@Khalidgraphy) March 9, 2023
is not reachable since yesterday evening 6/6:30pm 8 March 2023. #findabidmir pic.twitter.com/wMwGxgSWcw
पाकिस्तान के विपक्षी हुए हमलावर
इस बीच इस्लामाबाद पुलिस ने उर्दू में पोस्ट किए गए एक ट्वीट में कहा कि मीर घर लौट आए हैं. उन्होंने आगे कहा कि आबिद के लापता होने की धारणा झूठी थी और पत्रकार के अपने परिवार से संपर्क टूटने के बाद बनाई गई थी.
इस मुद्दे ने पाकिस्तान में सरकार पर हमला करने के लिए विपक्ष को मौका दे दिया दिया. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी परवेज इलाही के हवाले से कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व में ऐसे मामलों की संख्या बढ़ी है.