Pakistan Karachi Fire: कराची के शॉपिंग मॉल में भीषण आग, झुलसकर 9 लोगों की हुई दर्दनाक मौत, 1 घायल
पाकिस्तान के कराची में आज यानी शनिवार (25 नवंबर) राशिद मिन्हास रोड पर स्थित आरजे मॉल में आग लगने से कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई और 1 घायल हो गए है.
Pakistan Karachi Fire: पाकिस्तान के कराची में आज यानी शनिवार (25 नवंबर) राशिद मिन्हास रोड पर स्थित आरजे मॉल में आग लगने से कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई है एक 1 घायल हो गए हैं. कराची के स्थानीय अस्पतालों के अधिकारी और पुलिस ने डॉन न्यूज को जानकारी दी कि नौ शव अस्पतालों में लाए गए हैं. आठ शवों को जिन्ना पोस्टग्रेजुएट मेडिकल सेंटर जेपीएमसी में और एक सिविल अस्पताल कराची (सीएचके) में लाया गया. उन्होंने आगे कहा कि एक 18 वर्षीय घायल लड़की को अभी सिविल अस्पताल कराची में भर्ती कराया गया था, जिसकी मौत हो गई.
कराची के मुख्यमंत्री को भी इस पूरे घटना को लेकर रिपोर्ट सौंपी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक जिला उपायुक्त अल्ताफ शेख ने कहा कि आग लगने के बाद मॉल से 22 लोगों को बचाया गया और जिन्ना पोस्टग्रेजुएट मेडिकल सेंटर जेपीएमसी में ट्रांसफर कर दिया गया, जिनमें से एक ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. इस पर डीसी ने कहा कि इमारत को चौथी मंजिल तक खाली करा दी गई है, जबकि पांचवीं और छठी मंजिल को खाली करने का काम चल रहा है.
मॉल में सुबह 6:30 बजे लगी आग
शारिया फैसल स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) राजा तारिक महमूद ने डॉन न्यूज को बताया कि, जिस इमारत में आग लगी वो एक बड़ी कमर्शियल इमारत थी. इमारत के अंदर शॉपिंग सेंटर, कॉल सेंटर और सॉफ्टवेयर हाउस थे. फायर एंड रेस्क्यू डिपार्टमेंट के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि उन्हें सुबह 6:30 बजे घटना के बारे में जानकारी मिली, जिसके बाद उन्होंने 8 फायर टेंडर, दो स्नोर्कल और दो बाउजर घटनास्थल पर भेजें गए और आग पर काबू पा लिया गया. सिंध महानिरीक्षक (IG) रिफत मुख्तार ने जिला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को इमारत के अंदर फंसे लोगों को बचाने के लिए निर्देश जारी किया था. उन्होंने ये भी आदेश दिया था कि सड़क को साफ किया जाए ताकि फायर ब्रिगेड बिना किसी परेशानी के वहां पहुंच सकें.
कराची के 90 फीसदी इमारत में सुविधा नहीं
सिंध के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मकबूल बकर ने घटना का संज्ञान लिया और घायलों को तुरंत चिकित्सा सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया. उन्होंने घटना में मारे गए लोगों के मौत पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने नगर आयुक्त को फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि जान-माल की जिम्मेदारी सरकार की है.
इस सप्ताह की शुरुआत में सरकारी इंजीनियरों ने शहर के इमारतों की जांच की थी, जिसमें पाया गया कि शहर के लगभग 90 फीसदी इमारतों में आग से बचने के लिए कोई सुविधा मौजूद नहीं है.