Pakistan Karachi Crime: पाकिस्तान के कराची स्थित अटक के कैम्पबेलपुर मूसा इलाके में एक दर्जी की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जबकि एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया. यह घटना ईद की पोशाक सिलने को लेकर हुए विवाद के बाद हुई.
एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, मुदस्सर नामक आरोपी ने दर्जी साजिद और एक अन्य व्यक्ति एहसान पर गोली चला दी, जिससे साजिद की मौके पर ही मौत हो गई और एहसान गंभीर रूप से घायल हो गया.
शव्वाल का चांद और ईद-उल-फितर की तारीख
रुएत-ए-हिलाल रिसर्च काउंसिल के अनुसार, शव्वाल का चांद 30 मार्च, 2025 को दिखाई देने की संभावना है, जिससे 31 मार्च, 2025 को ईद-उल-फितर मनाई जाएगी.
दर्दनाक घटना
अटक में हुई इस दर्दनाक घटना ने ईद की तैयारियों के बीच विवादों की गंभीरता को उजागर किया है. पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया है.
ईद मुसलमानों का बड़ा पर्व
ईद-उल-फितर इस्लाम धर्म के दो प्रमुख त्योहारों में से एक है, जो रमजान के पवित्र महीने के अंत का जश्न मनाता है. इस दिन मुसलमान पूरे महीने किए गए उपवास (रोजे) के समापन की खुशी में इसे मनाते हैं. यह त्योहार भाईचारे, एकजुटता, और ईश्वर के प्रति आभार व्यक्त करने का अवसर होता है.
ईद-उल-फ़ितर के प्रमुख पहलू
सामूहिक प्रार्थना: ईद-उल-फ़ितर का जश्न एक बड़ी, सामुदायिक प्रार्थना (ईद की नमाज) के साथ शुरू होता है. यह प्रार्थना सुबह के समय खुले मैदान या मस्जिदों में होती है और इसके माध्यम से लोग ईश्वर का धन्यवाद करते हैं.
ज़कात अल-फितर: ईद की नमाज़ से पहले मुसलमानों की तरफ से जकात अल-फ़ितर नामक एक अनिवार्य दान दिया जाता है. इसका उद्देश्य गरीबों और ज़रूरतमंदों की मदद करना है ताकि वे भी ईद के उत्सव में शामिल हो सकें. इस दान का भुगतान रमजान के दौरान या ईद की नमाज से पहले किया जाता है.
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