Pakistan on Kashmir Solidarity Day: पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था दिवालिया होने की कगार पर है. शहबाज शरीफ की सरकार आईएमएफ समेत कई देशों से भी कर्ज के लिए गिड़गिड़ा रहा है. देश में विदेशी मुद्रा भंडार खत्म होने को है. आसमान छू रही महंगाई (Inflation) से आम लोगों की कमर टूट गई है. हजारों परिवार ऐसे हैं, जो भूखमरी का शिकार हैं. कंगाली की ऐसी हालत में भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और कश्मीर के मसले को फिर से हवा देने की कोशिश में है.


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान (Pakistan) रविवार (5 फरवरी) को कश्मीर एकजुटता दिवस (Kashmir Solidarity Day) मनाने की तैयारी में है. 


कश्मीर मसले पर दुष्प्रचार


कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान की शहबाज सरकार का काला सच सामने आ गया है. पाकिस्तान सोशल मीडिया की मदद से भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैला रहा है और कश्मीर के मसले पर दुष्प्रचार करने में जुटा है. खराब आर्थिक हालातों के बीच भी वो कश्मीर सॉलिडेरिटी डे पर बड़ी मात्रा में अपने फंड का गलत इस्तेमाल कर रहा है. देश में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. 


गंभीर आर्थिक संकट के बाद भी साजिश


पाकिस्तान के एक मंत्री नवाबजादा इफ्तिखार अहमद खान बाबर ने कश्मीरी भाइयों को एकजुटता का मजबूत संदेश देने के लिए प्रदर्शनों में हिस्सा लेने की अपील की थी. कश्मीर के मुद्दे पर सक्रियता के पीछे एक वजह ये भी है कि वो अपनी आर्थिक बदहाली से दुनिया का ध्यान हटाने की कोशिश में है. देश में आर्थिक संकट के बीच गरीबी और भूखमरी बड़ी समस्या बनी हुई, लेकिन पाकिस्तान भारत के खिलाफ साजिश रचने से बाज नहीं आ रहा है.


कश्मीर सॉलिडेरिटी डे क्यों मनाता है पाकिस्तान?


कश्मीर एकजुटता दिवस यानी कश्मीर सॉलिडेरिटी डे की स्थापना 1990 में उस समय पाकिस्तान के विपक्षी नेता नवाज शरीफ ने की थी. शरीफ ने कश्मीर के कुछ हिस्सों पर भारतीय सेना के नियंत्रण का विरोध करने के लिए देशव्यापी हड़ताल की अपील की थी. उन्होंने अपने देश के लोगों से कश्मीर की स्वतंत्रता के लिए प्रार्थना करने का आग्रह किया था. 


5 फरवरी को कश्मीर सॉलिडेरिटी डे


पाकिस्तान 1990 में कश्मीर में कश्मीरी हिंदुओं के कत्लेआम के बाद से हर साल 5 फरवरी को एकजुटता दिवस मना रहा है. इसके जरिए वो कश्मीर की आजादी के लिए लड़ने वाले आतंकियों को क्रांतिकारी बताकर एक तरह से अलगाववाद आंदोलन का समर्थन करने की कोशिश करता है. इस दिन बैंक, कार्यालय और शैक्षणिक संस्थान बंद रहते हैं. 


आतंकवाद पर पाकिस्तान को घेरता रहा है भारत


पाकिस्तान अक्सर कश्मीर (Kashmir) मसले को लेकर भारत को गीदड़भभकी देता रहा है. हालांकि, दुनिया जानती है कि किसी भी मोर्चे पर भारत के आगे पाकिस्तान कहीं टिकता नहीं है. भारत और पाकिस्तान दोनों की ओर से वैश्विक स्तर पर कश्मीर मुद्दे को बार-बार उठाया गया है. भारत अक्सर आतंकवाद (Terrorism) का मसला उठाकर पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर घेरता रहा है. 


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