Pakistan Minority Graveyard: पाकिस्तान (Pakistan) के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कार्यवाहक मंत्रिमंडल ने शुक्रवार (17 फरवरी) को अपनी पहली बैठक में सूबे में हिंदुओं और सिखों के लिए श्मशान घाट को बनाने को लेकर औकाफ विभाग को लगभग दो एकड़ सरकारी भूमि के हस्तांतरण को मंजूरी दे दी.
कार्यवाहक मुख्यमंत्री मुहम्मद आजम खान की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में कार्यवाहक मंत्रिमंडल ने हिंदू और सिख समुदायों के लिए पेशावर और नौशेरा जिलों में एक-एक श्मशान घाट तथा कोहाट जिले में ईसाई कब्रिस्तान के लिए आधा एकड़ से थोड़ा कम जमीन को लेकर औकाफ विभाग को सरकारी भूमि के हस्तांतरण को मंजूरी दे दी.
अल्पसंख्यक समुदायों के लिए जमीन
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कार्यवाहक मंत्रिमंडल ने अल्पसंख्यक समुदायों के लिए दो एकड़ सरकारी भूमि के हस्तांतरण को मंजूरी दी है. समुदायों ने कार्यवाहक मंत्रिमंडल के तरफ से लंबित मांग को पूरा किए जाने के फैसले का स्वागत किया. हिंदू समुदाय के नेता हारून सरब दियाल ने अल्पसंख्यकों के मूल मुद्दे को हल करने के लिए मंत्रिमंडल के फैसले की सराहना की, लेकिन बस्तियों के पास अंतिम संस्कार करने में आने वाली समस्याओं का हवाला देकर सरकार से जलाशयों के करीब और स्थानीय आबादी से दूर के इलाकों में भूमि आवंटित करने का आग्रह किया.
100 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है
हिंदू और सिख समुदायों को अपने समुदाय के सदस्यों का अंतिम संस्कार करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. यहां तक कि उन्हें अंतिम संस्कार के लिए पेशावर से लगभग 100 किलोमीटर दूर अटक जिले में जाना पड़ता है. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति हमेशा से खराब है. वहां के ईसाई समुदाय को शवों को दफनाने के लिए दूर जाना पड़ता है. स्थानीय रिपोर्ट की जानकारी के अनुसार पेशावर और खैबर पख्तूनख्वा में रहने वाले 70 हजार से अधिक ईसाई धर्म के लोगों के लिए सिर्फ चार ही कब्रिस्तान है. वहां पर पुरानी कब्रों को खोद कर शवों को दफनाना पड़ता है.