CM Ali Amin Gandapur : खैबर पख्तूनख्वा (KP) के फायरब्रांड मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने शनिवार (14 दिसंबर) को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से शांति की वकालत बंद करने की अपील की. वहीं, दूसरी तरफ देश की मौजूदा शहबाज शरीफ की सरकार को चेतावनी दी. सरकार को चेतावनी देते हुए सीएम गंडापुर ने कहा, ‘अगली बार पार्टी कार्यकर्ता "हथियारों" के साथ सड़कों पर उतरेंगे.’


अबोटाबाद में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री गंडापुर ने कहा, "इमरान खान! खुदा के लिए, शांति की वकालत करना बंद करो. अगली बार हम शांति की बात नहीं करेंगे. जब हम हथियारों के साथ बाहर आएंगे, तो हम दिखाएंगे कि कौन भगाता है."


इमरान खान ने दी आंदोलन की चेतावनी


सीएम गंडापुर को ये बयान तब आया है जब जेल में बंद पीटीआई संस्थापक इमरान खान ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी ओर से उठाए गए मुद्दों की न्यायिक जांच कर समाधान नहीं होता है तो 16 दिसंबर से नागरिक अवज्ञा आंदोलन शुरू होगा.


पूर्व प्रधानमंत्री ने 5 सदस्यीय वार्ता समिति का किया गठन


पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने पांच सदस्यीय वार्ता समिति का गठन भी किया. इस समिति में उमर अयूब खान, अली अमीन गंडापुर, साहिबजादा हमीद रजा, सलमान अक़राम राजा और आसद क़ैसर शामिल थे, जो कि उनके प्रतिद्वंद्वियों से वार्ता करेंगे. बता दें कि पूर्व सत्तारूढ़ पार्टी की मांगों में "राजनीतिक कैदियों" की रिहाई और मई 9, 2023 की घटना और 26 नवंबर को पीटीआई विरोधकर्ताओं पर आधी रात में किए गए हमले की न्यायिक जांच शामिल हैं.


एक-दूसरे पर कर रहे आरोप-प्रत्यारोप


उल्लेखनीय है कि पिछले महीने इस्लामाबाद में पूर्व सत्तारूढ़ पार्टी के बड़े विरोध प्रदर्शन का समापन के बाद रात को हुए हमले में पूर्व सत्तारूढ़ पार्टी का दावा है कि इसके कम से कम 12 कार्यकर्ता मारे गए और 1,000 को गिरफ्तार किया गया. हालांकि, सरकार ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ गोलियों के इस्तेमाल करने से साफ इनकार किया है और कहा कि प्रदर्शन के दौरान चार सुरक्षाकर्मी, जिनमें तीन रेंजर्स और एक पुलिसकर्मी शहीद हुए.


कार्यक्रम में सीएम गंडापुर ने कहा


कार्यक्रम में बोलते हुए गंडापुर ने कहा, "अगली बार हम शांति के नारे के बिना सड़कों पर उतरेंगे." उन्होंने पीएमएल-एन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पर हमला करते हुए कहा कि वे फासीवाद के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "फासीवाद ने पाकिस्तान के संविधान, कानून, नैतिकता और मानवता को कुचल दिया है."


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