(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Pakistan: नाबालिग बेटी ने दरिंदे पिता की कर दी गोली मारकर हत्या, 3 महीने से कर रहा था रेप
Pakistani Daughter Killed Father: पहले परिवार ने घटना छिपाने की कोशिश की. पुलिस को मामले की सूचना नहीं दी. फिर पड़ोसी ने पुलिस को हत्या की जानकारी दी.
Pakistani: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक नाबालिग लड़की ने पिछले तीन महीने से उसके साथ कथित तौर पर दुष्कर्म करने वाले उसके पिता की शनिवार (23 सितंबर) को गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस के मुताबिक घटना लाहौर शहर के गुज्जरपुरा इलाके की है. यहां 14 साल की लड़की ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा कि उसके पिता पिछले तीन महीने से उसके साथ दुष्कर्म कर रहे थे.
पिता की हत्या से जुड़े मामले की जांच कर रहे सोहेल काजमी ने कहा, ‘‘लड़की ने बताया कि वह भयावह स्थिति से गुजर रही थी. उसने अपने बलात्कारी पिता को मारने का फैसला किया और इसलिए उसकी बंदूक से गोली मारकर हत्या कर दी.’’ काजमी ने बताया कि लड़की के पिता की मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस अधिकारी के मुताबिक, सभी पहलुओं की जांच के बाद संदिग्ध के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा.
घटना को छिपाने की कोशिश
रिपोर्ट में कहा गया है कि परिवार ने कथित तौर पर घटना को छिपाने की कोशिश की और शुरू में पुलिस को मामले की सूचना नहीं दी, हालांकि, शनिवार दोपहर को एक पड़ोसी ने पुलिस को अपराध के बारे में सचेत किया. सूचना मिलने के बाद सिविल लाइन्स के एसपी हसन भट्टी सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अपराध स्थल पर पहुंचे और संदिग्ध, उसकी मां, भाई और एक पड़ोसी को गिरफ्तार कर लिया. यह मामला तब सुर्खियों में आया जब एक दिन पहले ही पाकिस्तानी कोर्ट ने एक व्यक्ति को अपनी नाबालिग बेटी से बलात्कार के आरोप में मौत की सजा सुनाई.
लाहौर के सेशन कोर्ट में सुनवाई
लाहौर के सेशन कोर्ट के जज न्यायाधीश मियां शाहिद जावेद ने शुक्रवार को लिंग आधारित हिंसा में आरोपी एम. रफीक को अपनी नाबालिग बेटी से बलात्कार के आरोप में मौत की सजा सुनाई. शाहिद जावेद ने फैसला सुनाते हुए कहा, 'एक पिता को हमेशा अपने बच्चों का प्राकृतिक अभिभावक और रक्षक माना जाता है. अगर बेटी को घर के बाहर के कोई आदमी नुकसान पहुंचाता है तो वह अपने पिता को अपना अभिभावक मानकर उसके पास चली जाती है. लेकिन इस मामले में सगे पिता ने अनाचार कर अपनी ही नाबालिग बेटी की अस्मिता, आत्मा और शरीर को नष्ट कर दिया है. नाबालिग को मनोवैज्ञानिक आपदा का सामना करना पड़ा है.'