Ban On PTI : इमरान खान की पार्टी PTI पर बैन लगाने की तैयारी, जानें PAK के रक्षा मंत्री ने क्या वजह बताई?
Pakistan News: पाकिस्तान में सियासी बवाल मचा हुआ है. वहां शहबाज शरीफ की अगुवाई वाली सरकार विपक्षी दल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) को बैन कर सकती है. आइए जानें कि क्यों हो सकता है ऐसा..
PTI Pakistan News: पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) को बैन करने की तैयारी है. वहां के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ (Khawaja Asif) का कहना है कि बीती 9 मई को सैन्य प्रतिष्ठानों पर हुए हमलों में PTI का हाथ था. उससे जुड़े लोगों ने देशभर में कई जगहों पर हिंसा और आगजनी की थी, लिहाजा उस पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है.
बता दें कि पाकिस्तानी पुलिस फोर्स और जांच एजेंसियां PTI से जुड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं की लगातार धर-पकड़ कर रही हैं. अब तक 4 हजार से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें इमरान के कई करीबी और वरिष्ठ सहयोगी नेता शामिल हैं. ताबड़तोड़ गिरफ्तारियों के चलते PTI के सदस्यों में हड़कंप मचा हुआ है. कई इमरान समर्थक पार्टी छोड़कर भाग गए हैं.
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने की पुष्टि
पाक मीडिया के अनुसार, अब पाकिस्तानी हुकूमत PTI पर प्रतिबंध लगा सकती है. इस बारे में रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने पुष्टि करते हुए कहा कि उनकी सरकार 9 मई की घटनाओं को लेकर PTI पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है. उन्होंने इस्लामाबाद में मीडियाकर्मियों से कहा, "इस बारे में अभी फैसला नहीं हुआ, लेकिन समीक्षा निश्चित रूप से चल रही है."
अब तक काफी नेताओं ने PTI छोड़ी
एक न्यूज पोर्टल ने बताया कि पाकिस्तान में 9 मई को हुई हिंसा के बाद से अब तक 18 से ज्यादा नेता PTI को अलविदा कह चुके हैं, अभी और नेताओं के पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी है. वहीं पूर्व प्रांतीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हशाम इनामुल्लाह ने पार्टी छोड़ने के बाद कहा कि वह किसी दबाव में ऐसा नहीं कर रहे हैं.
इनामुल्लाह ने इमरान की आलोचना करते हुए आगे कहा, ''मेरा जमीर मुझे उन लोगों के साथ एक मिनट भी खड़े होने की अनुमति नहीं देता है, जिन्होंने मुल्क के साथ गद्दारी की है. एक पाकिस्तानी के रूप में, मैं 9 मई के भड़काऊ, नृशंस, कायरतापूर्ण कृत्यों के बाद PTI से जुड़े रहने को अपना अपमान और अपनी भूमि के प्रति बेवफाई मानता हूं.'
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान में हिंसा के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू, मिलिट्री कानून के तहत लिया जाएगा एक्शन