Pakistan Air Base Attack: पाकिस्तानी सेना के मियांवाली ट्रेनिंग एयर बेस पर शनिवार (4 नवंबर) को तड़के आतंकवादी हमला किया गया था. इस हमले को पाकिस्तानी सेना ने नाकाम कर दिया, जिसके बाद सेना के तरफ से चलाए गए ऑपरेशन में 9 आतंकवादी मारे गए हैं. इस बात की जानकारी सेना की मीडिया विंग ने (ISPR) ने दी. इस घटना को अंजाम देने से पहले बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में सेना के कम से कम 17 सैनिक शहीद हो गए थे.
पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने सुबह जारी एक बयान में कहा कि एयरबेस पर किए गए हमले को नाकाम कर दिया गया है. इनमें 9 आतंकवादियों को मार गिरा दिया गया है. सेना ने पुष्टि की कि PAF ट्रेनिंग एयरबेस मियांवाली में तलाशी अभियान समाप्त हो गया है और सभी नौ आतंकवादियों को जहन्नुम भेज दिया गया है.
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने ली हमले की जिम्मेदारी
ISPR ने जानकारी दी कि PAF की किसी भी ऑपरेशनल प्रॉपर्टी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है, जबकि हमले के दौरान पहले से ही चरणबद्ध तरीके से बाहर किए गए 3 नन-ऑपरेशनल प्लेन को केवल कुछ नुकसान हुआ था. ISPR ने अपने बयान में कहा कि ऑपरेशन का नेचर सभी दुश्मनों को एक कड़ी याद दिलाता है कि पाकिस्तान के सशस्त्र बल सतर्क रहते हैं और किसी भी खतरे से देश की रक्षा करने के लिए सक्षम है. पाकिस्तान के मियांवाली ट्रेनिंग एयरबेस हमले के लिए तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (TJP) ने मीडिया को दिए एक बयान में जिम्मेदारी का दावा किया.
ये संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) की तरह ही है. इस हमले पर पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने कहा कि PAF ने मियांवाली में कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले को विफल करके एक बार फिर अपनी क्षमता साबित की है. हमारी सुरक्षा को कमजोर करने की किसी भी कोशिश को कम नहीं किया जा सकता है. उसका प्रतिरोध किया जाएगा. राष्ट्र आपके साथ खड़ा है और हम आपके साहस और संकल्प को सलाम करते हैं.
पाकिस्तान के राजनेता ने दिया बयान
पाकिस्तान के अंतरिम आंतरिक मंत्री सरफराज बुगती ने ग्वादर में कल हुए हमले और आज हुए हमले पर बयान देते हुए कहा कि हमलों में शामिल आतंकवादियों के नाम भले अलग-अलग है, लेकिन पर्दे के पीछे का दुश्मन एक ही है. पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने भी हमले की निंदा करते हुए कहा कि बार-बार होने वाले हमलों से हमारे दुश्मनों की हताशा का पता चलता है. इसके अलावा देश के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने अपनी जान जोखिम में डालने और आतंकवादियों की योजनाओं को असफल करने के लिए सुरक्षा बलों की भी प्रशंसा की.