इस्लामाबाद:  पाकिस्तान के विज्ञान और तकनीक मंत्री फवाद चौधरी ने पूर्व प्रधानमंत्री और पीएमएल-एन नवाज शरीफ पर आतंकवादी ओसामा बिन लादेन से 10 मिलियन डॉलर लेने का आरोप लगाया है. पाकिस्तानी संसद में बोलते हुए फवाद ने कहा कि ओसामा जिससे दुनिया डरती थी उससे नवाज शरीफ ने 10 मिलियन डॉलर लिए और वह पैसे भी खा गए.


यह पहली बार नहीं है जब नवाज शरीफ पर ऐसे आरोप लगे हैं. इससे पहले पाकिस्तान की एक पूर्व राजनयिक आबिदा हुसैन ने यह सनसनीखेज आरोप लगाया था कि आतंकी संगठन अल-कायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का समर्थन किया था और उन्हें पैसा भी मुहैया करवाया था.


शरीफ के मंत्रिमंडल की सदस्य रह चुकी आबिदा हुसैन ने जियो टीवी को दिए एक इंटरव्यू के दौरान कहा, “हां, उसने (ओसामा) कभी मियां नवाज शरीफ का समर्थन किया था. वह एक जटिल कहानी है. वह (ओसामा) शरीफ को वित्तीय सहायता देता था.”


चैनल ने बताया कि हुसैन ने कहा कि एक समय बिन लादेन लोकप्रिय था और अमेरिका समेत सब उसे पसंद करते थे लेकिन बाद में सबने उससे दूरी बना ली. हुसैन 1980 के दशक में हुए सोवियत-अफगान युद्ध के बारे में संकेत दे रही थीं जिसमें लादेन ने आतंकी समूहों जिन्हें मुजाहिदीन के रूप में जाना जाता था, उनके साथ मिलकर सोवियत फौज के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी. लादेन को अमेरिकी सेना ने पाकिस्तान के एबटाबाद में मई 2011 में मार दिया था.


बता दें पिछले सप्ताह तहरीक ए इंसाफ पार्टी के एक सांसद ने आरोप लगाया था कि शरीफ ने बेनजीर भुट्टो सरकार को गिराने के लिए लादेन से एक करोड़ डॉलर लिए थे. भुट्टो द्वारा लिखी किताब का हवाला देते हुए फर्रुख हबीब ने कहा था कि शरीफ की बेटी मरियम नवाज को यह किताब पढ़नी चाहिए.


हबीब ने कहा था, “पृष्ठ संख्या 201 पर लिखा है कि उनके पिता नवाज शरीफ ने देश में विदेशी धन की नींव रखी और ओसामा बिन लादेन से मिले एक करोड़ डॉलर का इस्तेमाल बेनजीर भुट्टो सरकार के प्रति अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए किया.” नवाज शरीफ को लाहौर उच्च न्यायालय से उपचार के लिए देश से बाहर जाने की अनुमति मिलने के बाद से वह नवंबर 2019 से लंदन में हैं.


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